Politics on Deputy Speaker Post: देश की सियासत में डिप्टी स्पीकर पद को लेकर घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस पार्टी इस पद को चाहती है, वहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ऐसा नहीं चाहती है. इस बीच डिप्टी स्पीकर पद को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय रक्षा राजनाथ सिंह से डिप्टी स्पीकर पद लेकर बातचीत की है. दोनों नेताओं के बीच ये बातचीत फोन पर हुई है. इस बातचीत में सीएम ममता ने राजनाथ सिंह को डिप्टी स्पीकर पद के लिए अयोध्या से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद का नाम सुझाया है.
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) इंडिया ब्लॉक के तहत कांग्रेस के साथ है. इससे पहले लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सियायत हो चुकी है. इस पद लेकर जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक सहमति नहीं बनी तो दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए. इंडिया ब्लॉक की ओर के. सुरेश ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया. एनडीए ने एक बार फिर ओम बिरला पर भरोसा जताया है और उनको स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया. हालांकि बाद में ओम बिरला लोकसभा स्पीकर बने.
दरअसल, कांग्रेस की मांग थी कि बीजेपी भरोसा दिलाए कि डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को दिया जाएगा, लेकिन बीजेपी ने कोई उचित जवाब नहीं दिया. तब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजनाथ से इसको लेकर बातचीत की थी. रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि सरकार की नीयत साफ नहीं है. अब कांग्रेस की जगह टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने डिप्टी स्पीकर पद को लेकर राजनाथ सिंह के साथ चर्चा की है.
संसदीय परंपरा के हिसाब से डिप्टीस्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाता है. 17वीं लोकसभा के दौरान डिप्टी स्पीकर का पद पूरे कार्यकाल में खाली रहा था, क्योंकि विपक्ष के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं था. बीजेपी ने कांग्रेस को इस लायक नहीं समझा था कि डिप्टी स्पीकर का पद उसे दिया जाए. वहीं, बीजेपी ने 2014 में अपने सहयोगी AIADMK के थम्बी धुरई को यह पद देने की पेशकश की थी. इस बार विपक्ष का संख्या बल सदन में बढ़ा है, ऐसे में वो चाहता है कि लोकसभा डिप्टी स्पीकर का पद उसे दिया जाए, इसलिए पहले कांग्रेस और अब टीएमसी ने इस पद को लेकर पहल की है.
Source : News Nation Bureau