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प. बंगाल में बीजेपी का बंद: प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेन, कई वाहन भी फूंके, पुलिस से हुई झड़प

हावड़ा-बर्धमान मेन लाइन समेत कई अन्य जगहों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया है. कुछ जगहों पर सरकारी बसों में तोड़फोड़ की ख़बर सामने आ रही है.

Updated on: 26 Sep 2018, 05:56 PM

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पश्चिम बंगाल में बुधवार को बुलाए गए 12 घंटे के राज्यव्यापी बंद के दौरान राज्य के कुछ जिलों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं और तोड़फोड़ की खबरें सामने आई हैं. कोलकाता और इसके उपनगरों में सामान्य जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा है. बंद का सबसे ज्यादा असर उत्तरी दिनाजपुर जिले में पड़ा है, जहां इस्लामपुर में एक स्कूल में नए शिक्षकों की भर्ती को लेकर पिछले सप्ताह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच हुई हिंसा में दो छात्रों की मौत हो गई थी.

घटना की निंदा करते हुए बीजेपी ने बुधवार को बंद बुलाया और इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की. बीजेपी समर्थकों ने इस्लामपुर क्षेत्र में टायरों को जलाकर और पेड़ों को गिराकर जिले में कई क्षेत्रों में सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया है. कई सरकारी बसों में तोड़-फोड़ की गई है और कई को आग के हवाले कर दिया गया है.

महिलाएं और युवा डंडे और लोहे की रॉड के साथ सड़कों पर यातायात व्यवस्था को बाधित करते दिखे. तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी समर्थकों के बीच कूच विहार और नादिया जिलों में झड़प हुई. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए यहां लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. सियालदाह खंड में टीटागढ़, अरंघता (राणाघाट गेडे सेक्शन), कृष्णानगर, बारासात, पायराडांगा (कल्याणी राणाघाट सेक्शन) और भाभला (बरसात बंगांव) में रेल मार्ग अवरुद्ध किया गया.

हावड़ा खंड में प्रदर्शनकारियों ने बंसबेरिया (बंडेल कटवा सेक्शन) और बैद्यबती (हावड़ा बंडेल सेक्शन) में रेल मार्ग अवरुद्ध कर दिए. हावड़ा और कूचविहार जिलों में कई सरकारी बसों में आग लगा दी गई. कोलकाता में सड़कों पर लोगों, सार्वजनिक और निजी बसों, टैक्सियों, ऑटो को सामान्य रूप से चलते देखा गया. लेकिन कई दुकानें बंद रहीं.

राज्य बीजेपी नेतृत्व ने कहा कि लोगों ने बंद का समर्थन किया है. बीजेपी की नेता रूपा गांगुली ने कहा, 'सामान्य दिनों में कार्यालय के समय में ये बसें कभी खाली नहीं रहतीं. यह दिखाता है कि लोगों ने बंद का समर्थन किया है. हम किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करेंगे. हम जानते हैं कि तृणमूल हमेशा हमपर हमला करने के लिए तैयार रहती है. लेकिन हम बंद का आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे हैं.'

राज्य मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि सार्वजनिक सेवाओं को व्यवस्थित करने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि आंदोलन को रोकने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी ने अगर प्रशासनिक शक्ति का उपयोग किया तो इसका जवाब दिया जाएगा. राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि राज्य सरकार के सभी कार्यालय बुधवार को खुले रहेंगे और कोई अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा.

बंद के दौरान राज्यभर में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.