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Bengal Voting: 1.03 करोड़ वोटर करेंगे 43 सीटों पर 306 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला

गुरुवार को राज्य की 43 विधानसभा सीटों पर 14480 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. ये सीटें उत्तर 24 परगना, उत्तर दिनाजपुर और पूर्व बर्धमान में पड़ती हैं.

Updated on: 22 Apr 2021, 06:30 AM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में छठे चरण का मतदान बस कुछ ही देर में
  • राज्य की 43 विधानसभा सीटों पर 14480 पोलिंग बूथ बने  
  • 27 महिलाओं समेत 306 उम्मीदरवारों के भाग्य का फैसला

कोलकाता:

कोरोना वायरस (Corona Vorus) कहर के बीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) में छठे चरण का मतदान बस कुछ ही देर में शुरू होने वाला है. आज यानी गुरुवार को राज्य की 43 विधानसभा सीटों पर 14480 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. ये सीटें उत्तर 24 परगना, उत्तर दिनाजपुर और पूर्व बर्धमान में पड़ती हैं. इस चरण में 27 महिलाओं समेत 306 उम्मीदरवारों के भाग्य का फैसला होना है. इस चरण में करीब 1.03 करोड़ वोटर हैं जो अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. 6वें चरण में कई राजनीतिक दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है. इनमें बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, तृणमूल सरकार में मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक और चंद्रिमा भट्टाचार्य, सीपीएम नेता तन्मय भट्टाचार्य शामिल हैं. इसके अलावा सिनेमा इंडस्ट्री से जुड़े राज चक्रवर्ती, कौशानी मुखर्जी भी चुनाव मैदान में हैं.

सुरक्षा के लिए 1.072 कंपनियां तैनात
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले चरणों में हिंसा को देखते हुए सुरक्षा उपाय सख्त किए गए हैं. चौथे चरण के मतदान में 10 अप्रैल को कूच बिहार में पांच लोगों की मौत हो गई थी. आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए छठे चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 1,071 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि चौथे चरण के चुनाव के दौरान सीतलकूची में हुई हिंसा के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम और मजबूत किए गए हैं. इस घटना के बाद राज्य का राजनीतिक मौहाल काफी गर्म है. घटना को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच जमकर जुबानी जंग भी हुई है.

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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच हो रही वोटिंग
इस बीच कोरोना की दूसरी लहर भी राज्य में तेजी के साथ बढ़ रही है. बुधवार को राज्य में 9819 नए मामले सामने आए हैं. टीएमसी ने बाकी के चरण के चुनाव एक बार में कराने की मांग की थी जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. आयोग ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस से कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के शेष चरणों को एक साथ मिलाने का उसका सुझाव लागू करने योग्य नहीं है. तृणमूल कांग्रेस को लिखे एक पत्र में आयोग ने निर्वाचन कानून और कोरोना वायरस महामारी के परिप्रेक्ष्य में मतदाताओं की सुरक्षा के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों का जिक्र किया और राज्य में चुनाव के कार्यक्रम में बदलाव से इंकार किया.