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कांग्रेस पटेल का करती है सम्मान लेकिन मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए पीएम मोदी कर रहे ऐसा काम: खड़गे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 143वीं जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने कभी उनका सम्मान नहीं किया

Updated on: 31 Oct 2018, 05:06 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 143वीं जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने कभी उनका सम्मान नहीं किया. पीएम मोदी के इस आरोप पर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है और नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सबसे पहले हम सरदार जी का बेहद सम्मान करते हैं. इसलिए मैं इस पर और ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता लेकिन मैं इतना कह सकता हूं इसपर मोदी जी राजनीति कर रहे हैं और लोगों का देश के महत्वूपर्ण समस्याओँ से ध्यान भटकाने के लिए उन्हें ऐसे मुद्दों पर उलझा रहे हैं. अब देखना है कि लोग 2019 में इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि लोक इस पर समझदारी भरा फैसला लेंगे.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी अलग-अलग मौकों पर देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी पर महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे नेताओं की जानबूझ कर अनेदखी का आरोप लगता रहे हैं. पीएम मोदी ने कई बार कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सिर्फ नेहरू गांधी परिवार की विरासत को जानबूझकर आगे बढ़ाया गया और महापुरुषों को सम्मान नहीं दिया गया.

बता दें कि मूर्ति को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. कांग्रेस ने 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को मेड इन चाइन कहा, जिसपर पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कांग्रेस सरदार वल्लभ भाई पटेल की 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को मेड इन चाइना कहकर उनका अपमान कर रही है.

बता दें कि करीब 3000 करोड़ की परियोजना की शुरुआत नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम बनने के दौरान ही हुई थी लेकिन यह अब जाकर पूरा हुआ है. इस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को गुजरात सरकार पटेल के सम्मान के साथ ही गुजरात में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश के तौर पर भी देख रही है.

यह प्रतिमा मौजूदा समय में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा चीन के स्प्रिंग टेम्पल ऑफ बुद्ध से भी 29 मीटर ऊंची है. चीन की प्रतिमा की ऊंचाई 153 मीटर है. सरदार पटेल की प्रतिमा न्यूयॉर्क स्थित 93 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना ऊंची है.

इस परियोजना (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) की देखभाल कर रहे सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (एसएसएनएनएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस. एस. राठौड़ ने पत्रकारों से कहा, 'अभी इसकी गैलरी को अंतिम रूप दिया जा रहा है जो कि 153 मीटर ऊपर स्थित है. इस गैलरी में एक समय में करीब 200 पर्यटकों को समायोजित किया जा सकता है. यहां से सरदार सरोवर बांध और सतपुड़ा और विंध्य की पर्वत श्रृंखला तथा अन्य जगहों का दीदार किया जा सकेगा.'

विंध्याचल और सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच नर्मदा नदी के साधु बेट टापू पर बनी दुनिया की सबसे ऊंची इस मूर्ति को बनाने में करीब 2389 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से राज्य के पर्यटन विभाग को बहुत फायदा होगा. इसके बनने से प्रतिदिन करीब 15000 पर्यटक के यहां आने की संभावना है और इससे गुजरात देश का सबसे व्यस्त पर्यटक स्थल बन सकता है.