जेडीयू ने उम्मीद जताई है कि बीजेपी एनडीए में शामिल घटक दलों से बराबरी और आपसी सम्मान के साथ सीटों को लेकर चर्चा करेगी।
इससे पहले रविवार को नीतीश कुमार के घर पर हुई बैठक में जेडीयू ने बीजेपी को साफ संकेत दिये हैं कि वो चुनाव के दौरान बिहार में बड़े भाई की भूमिका में होगी।
जेडीयू के नेता और पार्टी प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा, 'हमारी औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। हमें उम्मीद है कि बीजेपी जो कि एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी है वो अपने सहयोगियों के साथ आपसी सम्मान और समझ और ज़मीनी हकीकत को ध्यान में रखते हुए बातचीत करेगी।'
उन्होंने एक बार फिर दहराया कि जेडीयू बिहार में बड़े भाई की भूमिका में होगी।
उन्होंने कहा, 'जैसे ही चुनाव आते हैं, घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। जहां तक बिहार का सवाल है जेडीयू हमेशा सीनियर सहयोगी की भूमिका में रही है। नीतीश कुमार आज भी एनडीए के सीएम हैं।'
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7 जून को पटना में मोदी सरकार के कार्यकाल के चाल साल पूरे होने पर एनडीए की मीटिंग होनी है। लेकिन इससे पहले रविवार को आनन-फानन में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की बैठक हुई।
2019 के चुनाव से पहले इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें नीतीश कुमार के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने भी हिस्सा लिया।
बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में जेडीयू राज्य में बड़े भाई की भूमिका में होगी। इस बयान से जेडीयू ने बीजेपी नेतृत्व को यह संदेश देने की कोशिश की है कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत जेडीयू सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लडेगी। गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं।
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Source : News Nation Bureau