पश्चिम बंगाल में टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती के बाद राजनीतिक गहमागहमी लगातार बढ़ गई। इस मुद्दे को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर काफी उछाला गया। वहीं केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ये अहम मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
ट्विटर पर चला ममता और सेना के बीच 'ट्वीट वार'-
सीएम ममता बनर्जी ने सेना की तैनाती पर ट्वीट किया कि, "ये दुभाग्यपूर्ण है! सेना को नाबन्नो, बंगाल प्रदेश सचिवालय जैसी सुरक्षित जगह में पुलिस की आपत्ति के बावजूद तैनात किया गया। मैं सचिवालय में इंतजार करूंगी और अपने लोकतंत्र को बचाऊंगी।
कुछ देर बाद उन्होंने ट्वीट किया किया कि जब तक सेना को यहां से हटाया नहीं जाता है वह सचिवालय से नहीं हटेंगी।
सीएम की बातों का जवाब देते हुए सेना की पूर्वी कमांड ने भी ट्वीट करके बताया कि ये सेना की रूटीन एक्सरसाइज है जिसे वो पश्चिम बंगाल पुलिस से सामन्जस्य बनाकर कर रही है।
सेना की सफाई को खारिज करते हुए ममता ने आरोपों लगाया कि बिल्कुल गलत और बहकाने वाले तथ्य पूर्वी कमांड ने दिए हैं। हम आपका सम्मान करते हैं कृपया लोगों को ना बहकाएं।
ममता बनर्जी ने इसके बाद ट्वीट कर के बंगाल के कई और जगहों के नाम बताकर वहां सेना की तैनाती की सूचना दी।
सेना ने भी उत्तर पूर्व के राज्यों में चल रही चेकिंग की जानकारी दी।
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वहीं कुछ समय बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन ने भी मामले पर ट्वीट करने शुरू कर दिए।
इस बीच बंगाल पुलिस ने भी कुछ ट्वीट किए गए।
गुरूवार को कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का वेरिफाइड ट्विटर एकाउंट हैक कर लिए गए थे। जिन पर कई अभद्र पोस्ट भी किए गए थे। जिन्हें बाद में रिस्टोर कर हटा दिया गया।
पूरे देश में सरकार का लोगों से जुड़ने का सबसे सरल माध्यम है। ऐसे में इन माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स पर भी सवाल खड़े होते हैं।
Source : News Nation Bureau