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भारत बचाओ रैली को संबोधित करते राहुल गांधी( Photo Credit : ANI)
दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की भारत बचाओ रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने अपने रेप कैपिटल वाले बयान पर माफी मांगने से एक बार फिर इंकार करते हुए कहा कि वह राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी हैं, माफी नहीं मागेंगे. अब राहुल गांधी के इस बयान पर राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी ने राहुल के बयान के बहाने शिवसेना पर निशाना साधा.
बीजेपी के आईटी सेल प्रभारी अमिल मालवीय ने ट्वीट पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर शिवसेना की राय पूछी है. अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि अब यह देखना होगा कि राहुल गांधी के बयान पर शिवसेना क्या कहती है. क्या वह (शिवसेना) यह मानती है कि वीर सावरकर कायर थे जो उन्होंने माफी मांगी.
Looking forward to seeing Shiv Sena defend Rahul Gandhi for his statement implying that ‘Veer Savarkar was a coward who apologized’!
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 14, 2019
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इससे पहले राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग मुझे संसद में माफी मांगने के लिए बोल रहे हैं. मैं राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी हूं, मैं माफी नहीं मागूंगा. उन्होंने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया. राहुल गांधी ने कहा कि देश की जीडीपी 9 फीसद तक पहुंच गई थी. पूरी दुनिया में भारत को लेकर अलग नजरिया बन रहा था.
प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 4 पर पहुंचा दिया है. पहले पूरी दुनिया में सिर्फ भारत और चीन की ही बात होती थी. लोग दोनों देशों को चिंडिया के नाम से पुकारते थे. अब अर्थव्यवस्था अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जीडीपी मापने के मापदंड दी बदल दिए हैं. अगर पुराने तरीके से जीडीपी का नापा जाए तो यह 2.5 फीसद से ज्यादा नहीं है.
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सिर्फ चंद उद्योगपतियों को पहुंचाया लाभ
राहुल गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने आधी रात को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए. उस समय इसे कालेधन पर प्रहार बताया गया था. नोटबंदी से देश अब तक नहीं उबर पाया है. लेकिन इसके नाम पर किसान, मजदूर और युवा की जेब में पैसा निकाल लिया गया. नरेन्द्र मोदी ने अडानी और अनिल अंबानी को ही लाभ पहुंचाया है. जीएसटी को लेकर सरकार को सचेत किया गया था कि इसे बिना पायलट प्रोजेक्ट लागू न किया जाए. लेकिन इसे लागू कर छोटे दुकानदारों की कमर तोड़ दी गई. राहुल गांधी ने जीएसटी गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को गिराने में जीएसटी का भी योगदान रहा है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो