राजस्थान की रामगढ़, हरियाणा की जींद, तमिलनाडु की तिरुवरूर सीट पर आज उपचुनाव के लिए वोट डाले गए. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले ये आखिरी उपचुनाव था. तीन सीटों पर हुए उपचुनाव कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं. चुनाव के नतीजे 31 जनवरी को घोषित किए जाएंगे.
हरियाणा की जींद विधानसभा सीट पर हुए बहुकोणीय उपचुनाव के लिए सोमवार को 1.72 लाख में से करीब 75 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया. यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए नाक का सवाल बन चुका है. उपचुनाव व्यापक रूप से शांतिपूर्ण रहा. अगस्त 2018 में इनेलो से दो बार विधायक रहे हरि चंद मिड्ढा के निधन के कारण यह उपचुनाव हुआ. उनके बेटे बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं.
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जिला चुनाव अधिकारी अमित खत्री ने यहां संवाददाताओं को बताया कि निर्वाचन क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है.
राजस्थान के रामगढ़ विधानसभा सीट पर लोगों ने आज मतदान किया. 3 बजे तक 68.74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. चुनाव मैदान में 20 उम्मीदवार हैं, लेकिन यह मुकाबला कांग्रेस की सफिया जुबैर खान, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुखवंत सिंह और बसपा के जगत सिंह के बीच त्रिकोणीय बना हुआ है. इस सीट को जीतकर कांग्रेस 200 सदस्यीय सदन में अपने विधायकों की 100 करने की तैयारी में है. फिलहाल कांग्रेस के 99 विधायक हैं.
तमिलनाडु की तिरुवरूर सीट के लिए उपचुनाव में लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. विधायक डीएमके सुप्रीमो एम करुणानिधि की मौत के बाद से सीट रिक्त हुई थी. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी, एआईएडीएमके और पीएमके के बीच है. तीनों राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजे 31 जनवरी को आएंगे.
Source : News Nation Bureau