कांग्रेस बेंगलुरु में पुलकेशीनगर विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा करने में समय ले रही है। यहां पर साल 2020 में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।
हिंसा के दौरान एक पुलिस थाने को आग के हवाले कर दिया गया था। इसके अलावा भीड़ ने एक कांग्रेस विधायक के घर को भी आग लगा दी थी।
साल 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार अखंड श्रीनिवास ने 80 हजार वोटों के अंतर से शानदार जीत दर्ज की थी। 11 और 12 अगस्त 2020 को डीजे हल्ली इलाके में हुई हिंसा के दौरान उनके घर को जला दिया गया था।
पुलिस ने हजारों लोगों के हिंसक समूह पर गोलियां चलाई थीं, जिसके परिणामस्वरूप तीन लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा इस्लाम के खिलाफ एक भड़काऊ फेसबुक पोस्ट से भड़की थी।
बाद में, एक जांच के बाद यह पता चला कि श्रीनिवास उस भीड़ के निशाने पर थे जो उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जिंदा जलाना चाहती थी। हालांकि, श्रीनिवास और उनका परिवार दूसरी जगह चले गए थे और हमले से बच गए थे।
एक सूत्र ने कहा कि घटना के बाद भी श्रीनिवास ने अधिकतम संयम दिखाया और पार्टी के आदेशों का पालन किया।
हालांकि, 124 उम्मीदवारों की पहली सूची और 41 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की घोषणा नहीं की गई।
एक सूत्र के मुताबिक, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, जनता दल-सेक्युलर और भारतीय जनता पार्टी इस निर्वाचन क्षेत्र को जीतने के लिए रणनीति बना रही है। साथ ही कांग्रेस किसी भी कीमत पर सीट बरकरार रखने की कोशिश कर रही है।
अखंड श्रीनिवास को विपक्षी नेता सिद्धारमैया का कट्टर समर्थक कहा जाता है। श्रीनिवास के समर्थकों और प्रशंसकों ने शनिवार को तीसरी सूची में उनके टिकट के लिए प्रार्थना करते हुए मंदिरों, चचरें और मस्जिदों में विशेष पूजा का आयोजन किया।
उन्होंने पिछली बार भारी अंतर से चुनाव जीतने वाले अखंड श्रीनिवास को टिकट आवंटन में पार्टी की देरी पर भी असंतोष व्यक्त किया।
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Source : IANS