गांधीनगर नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 44 में से 41 सीटों पर जीत दर्ज की
गांधीनगर नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 44 में से 41 सीटों पर जीत दर्ज की
गांधीनगर:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर निकाय चुनावों में 41 वार्ड सीटें जीतकर विपक्ष को कोई भी मौका नहीं दिया और यह सुनिश्चित किया कि वह गांधीनगर नगर निगम (जीएमसी) पर शासन करेगी, जिसके लिए रविवार को मतदान हुआ था।यह प्रचंड जीत गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए और अधिक विश्वास दिलाती है।
भाजपा ने कट्टर प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को पछाड़ते हुए कुल 44 सीटों में से 41 वार्ड सीटें हासिल कीं। आम आदमी पार्टी (आप) ने यहां एक सीट के साथ राजनीतिक क्षेत्र में पदार्पण किया है, वहीं कांग्रेस के खाते में महज दो सीटें आई हैं।
राज्य की राजधानी के 11 वाडरें में हुए जीएमसी चुनाव में लगभग 56 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। यह 2016 में हुए पिछले चुनाव की तुलना में अधिक रहा है, क्योंकि तब मात्र 52.02 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और कहीं भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
गुजरात के राजनीतिक परि²श्य में आम आदमी पार्टी के प्रवेश के साथ ही गांधीनगर नगर निगम चुनाव में रविवार को तीन तरफा मुकाबला देखने को मिला।
गुजरात एसईसी ने 284 मतदान केंद्रों पर जीएमसी चुनाव कराया। कुल बूथों में से चार को अति संवेदनशील, 144 को संवेदनशील और 136 को सामान्य बूथों के तौर पर चिह्न्ति किया गया था।
राज्य की राजधानी गांधीनगर में कुल 2.30 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से, लगभग 56 प्रतिशत ने जीएमसी के 11 वाडरें के 162 उम्मीदवारों में से 44 पार्षदों का चुनाव करने के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया।
रविवार को 2,81,897 मतदाताओं में से 1,58,354 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें 86,046 पुरुष मतदाता और 72,308 महिला मतदाता थे। सबसे कम मतदान शहर के बीचों बीच स्थित पंचदेव मंदिर वार्ड में करीब 37.41 फीसदी और सबसे ज्यादा कोलावाड़ा-वावोल वार्ड में करीब 66.93 फीसदी दर्ज किया गया।
परिसीमन के बाद आसपास के गांवों के नए क्षेत्रों को नगर निगम क्षेत्र में जोड़ा गया है। केवल शहरी क्षेत्रों के साथ कुछ को छोड़कर, अधिकांश वार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में शामिल थे।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ने 44-44 उम्मीदवार उतारे थे, जबकि आप ने 40 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 14, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 2, अन्य दलों ने 6 उम्मीदवार उतारे थे। वहीं चुनावी मैदान में 11 निर्दलीय उम्मीदवार थे।
इस प्रचंड जीत के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे सफलतापूर्वक हासिल किया गया है। हालांकि, हमारे प्रदेश अध्यक्ष शेष तीन सीटें नहीं जीत पाने से निराश हैं। हम विकास की दिशा में काम करना जारी रखेंगे।
गांधीनगर राज्य की राजधानी है और यहां बड़ी संख्या में निवासी सरकारी कर्मचारी हैं। इसे देखते हुए नगर निगम चुनाव का खास महत्व है। इसके अलावा, भूपेंद्र पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह पहला बड़ा चुनाव है।
जीएमसी चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि दिसंबर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह आखिरी बड़ा चुनाव था। यह परिणाम स्पष्ट रूप से कांग्रेस और राज्य में अपनी किस्मत आजमा रही आप को जनता की प्रतिक्रिया की एक झलक देता है और ऐसा लगता है कि उन्होंने उन दोनों को ठुकरा दिया है।
पिछले 2016 के चुनावों में कुल 32 सीटों में से भाजपा और कांग्रेस दोनों ने 16-16 सीटें जीती थीं।
हालांकि, कुछ ही दिनों में कांग्रेस के दो पार्षद भाजपा में शामिल हो गए, जिससे भगवा पार्टी के लिए जीएमसी में सत्तारूढ़ निकाय बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया। तब दलबदलुओं में से एक प्रवीण पटेल महापौर (मेयर) चुने गए थे।
जीएमसी चुनाव पहले 10 अप्रैल, 2021 को होने वाले थे, लेकिन महामारी के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया था।
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