प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कुपोषण को रोकने के लिये उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर तक हमें इसके बेहतर परिणाम दिखाई देने चाहिये।
इस उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय, नीति आयोग और दूसरे मंत्रालयों के अधिकारी शामिल थे। इस बैठक में वर्तमान कुपोषण की स्थिति और और उसे दूर करने में आ रही दिक्कतों की समीक्षा की गई।
इसके अलावा दूसरे विकासशील देशों में उठाए जा रहे सफल कदमों की भी समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिशा में आ रही अड़चनों, एनीमिया, जन्म के समय कम वज़न और कुपोषण को कम करने पर ज़ोर दिया।
पीएमओ की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों की मॉनीटरिंग किये जाने और खासकर उन ज़िलों में जहां की स्थिति खराब है।
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अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि केंद्र सरकार की योजनाएं स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं का पोषण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की उन विभिन्न योजनाओं का एकीकरण किया जाना चाहिये जिनका प्रभाव लोगों के पोषण पर पड़ता है। उन्होंने सामाजिक जागपूकत पर भी ज़ोर दिये जाने का सुझाव दिया।
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Source : News Nation Bureau