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विशाखापत्तन गैस रिसाव: मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये देने का किया ऐलान

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम के नजदीक स्थित एलजी पॉलीमर लिमिटेड में हुए गैस रिसाव की घटना में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की बृहस्पतिवार को घोषणा की.

Updated on: 07 May 2020, 05:17 PM

विशाखापत्तनम:

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (CM YS Jagan Mohan Reddy) ने विशाखापत्तनम (Visakhapattnam) के नजदीक स्थित एलजी पॉलीमर लिमिटेड में हुए गैस रिसाव की घटना में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की बृहस्पतिवार को घोषणा की. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने इस घटना में 11 लोगों की मौत होने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि एक समिति इस घटना की जांच करेगी. साथ ही, राज्य सरकार एल जी पॉलीमर प्रबंधन से बात कर मृतक के परिजन को नौकरी देने की मांग करेगी.

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रेड्डी ने एक समीक्षा बैठक करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए यह भी घोषणा की कि जो भी लोग इलाज के दौरान वेंटिलेटर पर हैं उन्हें 10 लाख रुपये दिये जाएंगे, जबकि गैस रिसाव के चलते स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करने के बाद बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में इलाज कराने वालों को 25,000 हजार रुपये दिये जाएंगे, इससे पहले उन्होंने आंध्र मेडिकल कॉलेज में जिलाधिकारी विनय चंद एवं अन्य के साथ एक समीक्षा बैठक की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि गैस लीक के चलते विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को एक-एक लाख रुपये दिये जाएंगे. गैस लीक से प्रभावित हुए पांच गांवों की 15,000 आबादी (में प्रत्येक व्यक्ति) को दस-दस हजार रुपये दिये जाएंगे. रेड्डी ने भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने से जुड़ी सिफारिशें करने के लिये विशेष मुख्य सचिव (पर्यावरण एवं वन) की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की भी घोषणा की.

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इससे पहले, वह किंग जॉर्ज अस्पताल गए और गैस लीक में मरने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की. उन्होंने गैस लीक के बाद इलाज करा रहे पीड़ितों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि गैस का फैलाव रिसाव के मुख्य केंद्र से 1.5 किमी से दो किमी के क्षेत्र में सीमित कर दिया गया है और वहां से स्थानीय बाशिंदों को सुरक्षित रूप से दूसरी जगहों पर पहुंचा दिया गया.