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Good News: पूर्वोत्तर रेलवे स्टेशनों में बिना छुए हाथों से विषाणु होगा दूर, कबाड़ से बनाई मशीन

इसे वाराणसी मंडुआडीह कारखाना के इंजीनियरों ने बनाया है. इसे कन्टेक्टलेस सैनिटाइजर मशीन नाम दिया गया है. कोरोना काल में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुआडीह कारखानों के इंजीनियरों ने कांटेक्टलेस सैनिटाइजर मशीन यानी बिना छुए संक्रमणमुक्त

Updated on: 21 May 2020, 03:46 PM

नई दिल्ली:

जल्द ही आपको पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर ऐसी मशीन देखने को मिलेगी जिससे बिना छुए ही आपके हाथ संक्रमण मुक्त हो जाएंगे. इसे वाराणसी मंडुआडीह कारखाना के इंजीनियरों ने बनाया है. इसे कन्टेक्टलेस सैनिटाइजर मशीन नाम दिया गया है. कोरोना काल में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुआडीह कारखानों के इंजीनियरों ने कांटेक्टलेस सैनिटाइजर मशीन यानी बिना छुए संक्रमणमुक्त होने की मशीन तैयार की है. इसके माध्यम से यात्री या रेलकर्मी बिना छुए अपने हाथ धुल सकेंगे.

रेलवे के सीनियर डिविजनल मैकनिकल इंजीनियर एसपी श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया, वाराणसी के मंडुआडीह कारखाने में कोंचिंग डिपो अधिकारी शैलेश सिंह के नेतृत्व में यह मशीनें तैयार हुई हैं. अभी यह फिलहाल 8 बनी हैं. जिसमें 5 तैयार हो चुके हैं. बांकी तैयार हो रही है. यह पैरों से बिना छुए ही सैनिटाइज कर देगा. उन्होंने बताया, कोचेस में कबाड़ आइटम से यह बनाए गये है. इसमें पाइप, एंगल, रॉड का जुगाड़ करके बनाया गया है. जहां आवश्यकता होगी वहां दिया जाएगा.

इसे पूवरेत्तर रेलवे के मऊ , छपरा, बलिया, आजमगढ़, मडुवाडीह, गाजीपुर आदि जगह इसे लगाया जाएगा. कांटेक्टलेस सैनिटाइजर मशीन बिना किसी लागत के तैयार हुई है. पूवरेत्तर रेलवे के मंडुआडीह कारखाने के इंजीनियरों ने आठ मशीनें तैयार कर दी हैं. अभी और मशीनें तैयार की जा रही हैं. इन मशीनों को दो दिन में बनाया गया है. श्रीवास्तव ने बताया, कोरोना संकट के हुए लॉकडाउन में हमारे इंजीनियरों ने बहुत उपयोगी चीज बनायी है.

बिना लागत के बनने वाली यह मशीन स्टेशनों में यात्रियों और रेलवे कर्मियों के लिए बहुत उपयोगी सिद्घ होगी. इसके अलावा अभी इंजीनियरों ने कारखानों में पड़े अनुपयोगी सामानों से मनमोहक कलातियां भी तैयार की हैं, जो रेलवे के गैलरियों की शोभा बढ़ा रही हैं. उन्होंने बताया कि कारखानों में रेलकर्मी सुरक्षा उपकरणों के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कार्य करेंगे. उससे पहले सैनिटाइज भी हो जाएंगे. अभी रेलवे कुछ ट्रेनें संचालित कर रहा है. आगे आने वाले समय में ज्यादा ट्रेने चलेंगी भीड़ भाड़ होगी ऐसे में यह उपकरण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काफी कारगर होगा.