नागालैंड की राजधानी कोहिमा में गुरुवार को शहरी निकाय चुनाव में महिलाओं को आरक्षण दिए जाने के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया। नगर पालिका परिषद और जिला कमिश्नर के दफ्तरों को आग लगा दी गई।
सूत्रों के मुताबिक हालात को काबू में करने के लिए असम राइफल्स की 5 टुकड़ियों की तैनाती की गई है। जनजातीय संस्था यहां महिलाओं को चुनाव में आरक्षण देने का विरोध कर रही है। इस भड़की हिंसा के बाद दूसरे सरकारी दफ्तरों में भी तोड़फोड़ की गई और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हमले के बाद सचिवलय की नई इमारत के पास केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है।
नागालैंड के डीजीपी ने बताया कि दीमापुर में हालात काबू में हैं। कोहिमा में हिंसा हुई थी, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है।
मंगलवार को नगालैंड के दिमापुर और लोंगलेंग जिलों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में दो लोगों की मौत हो गयी थी और कई लोग घायल हो गए थे। जबकि लोगों ने सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया था।
उसी दिन कुछ जिलों में निकाय चुनाव हुए थे, हालांकि निर्वाचन आयोग ने सात शहरी निकायों में होने वाले चुनाव को दो महीने के लिए टाल दिया था। इस संबंध में आयोग ने सोमवार को ही अधिसूचना जारी की थी।
राज्य के कई इलाकों में मंगलवार आधी रात से ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी थी। कुछ आदिवासी संगठनों ने चुनाव का विरोध करते हुए जिलों में बंद का आह्वान किया था।
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नागालैंड ट्राइब्स एक्शन समिति (एनटीएसी) ने शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) चुनाव में हुए संघर्ष में दो युवकों की मौत के बाद राज्य के मुख्यमंत्री टीआर जेलिआंग और उनकी कैबिनेट का गुरुवार शाम चार बजे तक इस्तीफा मांगा था।
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को दिमापुर में पुलिस गोलीमारी में मारे गए दो युवकों के शव बुधवार शाम यहां पहुंचने के बाद इलाके में लगातार तनाव बना हुआ है।
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Source : News Nation Bureau