छत्तीसगढ़ के कांकेर के दत्तक ग्रहण केंद्र में एक कर्मचारी द्वारा बालिका की बेरहमी से पिटाई किए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। वहीं राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रकरण दर्ज कर पूरे मामले का विस्तृत ब्योरा मंगाया है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला बच्चे की बेरहमी से पिटाई कर रही है। यह वीडियो कांकेर के दत्तक ग्रहण केंद्र का बताया जा रहा है।
इस वीडियो को ट्वीट करने के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने लिखा है, दत्तक केंद्र कांकेर का यह सीसीटीवी फुटेज भयावह है, मासूम बच्चों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार हो रहा है। बच्चों से अमानवीय कृत्य करने वाली महिला संस्थान की व्यवस्थाक बताई जा रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने चंद कमीशन के लिए एनजीओ के भरोसे अनाथ बच्चों को छोड़ दिया है।
इस मामले पर भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी हमला बोला है और कहा है कि भूपेश सरकार में यदि हिम्मत है, दम और रुचि है तो वह उस महिला के ऊपर एफआईआर दर्ज कराएं। वह एक सरकारी कर्मचारी नहीं है, वह एनजीओ की अधिकारी है, नौकरी के नाम पर मस्ती कर रही है।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेज कुंवर नेताम ने बच्चियों के साथ निर्ममतापूर्वक मारपीट के वीडियो पर तत्काल संज्ञान लिया है और प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए आयोग की सदस्य अगस्तटीन बरनार्ड को घटनास्थल पर जाकर विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
इस मामले पर आयोग ने ऐतराज जताते हुए इस तरह की लापरवाही, निर्ममता और बच्चों के अधिकारों के घोर हनन की स्थिति पर सख्त कदम उठाने की बात कही।
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Source : IANS