उत्तरी सेना कमांडर जनरल वाई के जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले छह महीनों में कश्मीर में हिंसा और पथराव की घटनाओं में भारी गिरावट आयी है. उन्होंने कहा कि घाटी में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने में सेना अपनी भूमिका निभा रही है. इस महीने उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी का पदभार संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जोशी यहां एक समारोह में 83 सैन्यकर्मियों और नौ 'वीर नारियों' को वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान करने के बाद संबोधित कर रहे थे.
लेफ्टिनेंट जनरल जोशी ने कहा ‘‘पिछले छह महीनों के दौरान कश्मीर घाटी (Kashmir Vally) में सुरक्षा के सभी मापदंडों में सुधार हुआ है.” सेना के कमांडर ने कहा, ‘‘ पथराव (Stone Pelting), हिंसा और आंदोलन की घटनाओं में भारी गिरावट आई है और यह शांति और राष्ट्रीय एकता में लोगों के विश्वास को दिखाता है.’’
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भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि सेना पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ ‘‘एक ढाल की तरह खड़ी है.’’ लेफ्टिनेंट जनरल जोशी ने कहा, ‘‘हम सतर्क हैं और एलओसी पर दुश्मनों के खिलाफ चौकसी बढ़ा रखी है.’’
उन्होंने यह भी कहा कि सेना लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर कड़ी चौकसी बनाए हुए है. सेना के कमांडर ने उच्च स्तर की सतर्कता के साथ दुश्मनों के मंसूबों को सफलतापूर्वक नाकाम करने के लिए सैनिकों की सराहना की. उन्होंने सैनिकों से कहा, ‘‘राष्ट्र को आप पर गर्व है.”
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आपको बता दें कि धारा 370 छह महीने पहले हटाई जा चुकी है. 5 अगस्त 2019 को धारा 370 को हटाया गया था. माना जा रहा है कि इसी के बाद से पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है.