विश्व हिंदू परिषद ने अपने सदस्यों और आम लोगों से अपने गांवों और इलाकों में स्थित मंदिरों की मरम्मत और उचित कामकाज में सहायता करने का आग्रह किया है।
गांवों और विभिन्न इलाकों में स्थित कई बड़े और छोटे मंदिरों के जीर्णोद्धार में मील के पत्थर के रूप में बताई जा रही इस पहल की शुरुआत काशी से होगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन सचिव गजेंद्र ने कहा कि पूरे देश के लोगों ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि संगठन का मानना है कि अयोध्या के साथ-साथ हर गांव और मोहल्ले का मंदिर भी समान रूप से भव्य होना चाहिए और लोगों की आस्था और धार्मिक अधिकारों का केंद्र बनना चाहिए। इसके लिए विहिप कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने में एक मंदिर का चयन करेंगे। संबंधित क्षेत्रों और इसकी बहाली की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
संस्था स्थानीय लोगों का सहयोग लेने के अलावा अपने संसाधनों का भी उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि अगर मंदिर के रखरखाव में कोई कठिनाई आती है तो उसमें भी संगठन के कार्यकर्ता सहयोग करेंगे।
विहिप द्वारा प्रदान की जाने वाली सहायता वित्तीय और भौतिक होगी।
पदाधिकारी ने बताया कि दैनिक सत्संग के दौरान स्थानीय लोगों को होने वाली समस्याओं पर चर्चा के लिए भी मंदिरों का उपयोग किया जाएगा।
ऐसा मंदिर परिवार सत्संग का केंद्र भी बन सकता है।
इन मंदिरों के माध्यम से समाज में सद्भाव का संदेश भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS