खाना खाते किसान (Photo Credit: न्यूज नेशन)
नई दिल्ली:
किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के साथ पांचवें दौरे की बातचीत के लिए विज्ञान भवन आए थे. वहां पर मौजूद किसान नेताओं ने भोजन किया. जिसे वे कार्यक्रम स्थल तक ले गए थे. एक कार सेवा वाहन जो उनके लिए भोजन लाया था, आज यहां पहले ही पहुंच गया था. 3 और 4 दिसंबर को वार्ता के दौरान भी उन्हें अपना भोजन मिल गया था. विज्ञान भवन में मीटिंग के दौरान किसानों ने लंगर से खाना मंगवाया और नीचे फर्श पर बैठकर खाया. किसानों ने कल भी सरकार का खाना लेने से मना कर दिया था. खुद मंगाकर खाना खाया.
#WATCH Delhi: Farmer leaders, present at the fifth round of talks with Central Government, have food that they had carried to the venue.
— ANI (@ANI) December 5, 2020
A Kar Sewa vehicle that carried food for them arrived here earlier today. They'd got their own food even during 4th round of talks on Dec 3. https://t.co/hDP8cwzSGJ pic.twitter.com/XSR6m2lljS
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 10वें दिन भी जारी है. किसान संगठनों और सरकार के बीच शनिवार को पांचवें दौर की बातचीत चल रही है. बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल के साथ अन्य प्रतिनिधि मौजूद हैं. इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि तीनों कानूनों को पूरी तरह वापस नहीं लिया जा सकता. हालांकि सरकार किसानों के सुझावों पर विचार करने, बातचीत करने और संशोधन करने को तैयार है.
सूत्रों के मुताबिक, कृषि मंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि सरकार संशोधन के लिए राजी है. इसपर किसान नेताओं ने कहा कि वो किसी भी संशोधन को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. किसानों ने साफ किया, तीनों कानून वापस हों. उसके बाद सभी किसान नेता खड़े हो गए थे, वॉक आउट की स्थिति बन गई थी लेकिन उन्हें मनाया गया और बिठाया गया.