भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को लोकसभा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार के अविश्वास प्रस्ताव के गिरने को 'परिवारवाद की हार' बताया।
शाह ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा, ‘अविश्वास प्रस्ताव में मोदी सरकार की जीत लोकतंत्र की जीत और परिवारवाद की हार है। आज फिर परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण की जनक कांग्रेस ने देश की जनता द्वारा चुने एक गरीब परिवार में जन्मे आम व्यक्ति के प्रधानमंत्री बनने के प्रति अपनी नफरत और अस्वीकार्यता को पुनः प्रमाणित किया है।'
उन्होंने कहा 'परिवारवाद की राजनीति से ऊपर लोकतंत्र को ध्यान में रखते हुए, मैं अपने सभी सहयोगियों, सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों को बीजेपी की तरफ से कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में अपना विश्वास दिखाया है।'
शाह ने लिखा, 'जनता के विश्वास में अविश्वास जताने वालों के अहंकार की आज लोकसभा में जो हार हुई है वह 2019 लोकसभा चुनावों के नतीजों की एक झलक मात्र है।"सबका साथ-सबका विकास" के अपने मंत्र के साथ सेवार्थ मोदी सरकार में न सिर्फ सदन के सहयोगियों का विश्वास है बल्कि देश की जनता का भी पूर्ण विश्वास है।'
उन्होंने कहा, 'बिना बहुमत और कोई उद्देश्य ना होने पर कांग्रेस पार्टी ने सरकार के खिलाफ उद्देश्यहीन प्रस्ताव लाकर ना केवल अपने राजनीतिक दिवालियेपन का परिचय दिया है बल्कि उसने लोकतंत्र को कुचलने के अपने पुराने इतिहास को भी दोहराया है। सरकार के पास देश का पूरा भरोसा है।'
लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार रात 11 बजे मतदान के बाद गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में मोदी सरकार के पक्ष में 325 वोट मिले, वहीं विपक्ष को महज 126 वोट पड़ा। टीडीपी सांसद की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव गिर गया।
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Source : News Nation Bureau