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ट्रिपल तलाक मुद्दे पर बोले वीरप्पा मोइली, कहा- अभी और संशोधन की जरूरत

कांग्रेस जहां ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर संभल कर बयान दे रही है वहीं पूर्व कानून मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने ट्रिपल तलाक में सुधार की वकालत की है।

Updated on: 15 Oct 2016, 12:17 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस जहां ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर संभल कर बयान दे रही है वहीं पूर्व कानून मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने ट्रिपल तलाक में सुधार की वकालत की है। 

मोइली ने कहा है, "मुस्लिम समुदाय को खुद के सुधार के बारे में सोचना चाहिए। जिससे न्याय की कुल्हाड़ी उन पर ना गिरे।" उन्होंने कहा कि सभी धर्मों को अपने विचारों का परीक्षण करना पड़ेगा और "ट्रिपल तलाक एक ऐसा क्षेत्र है जहां सुधार जरूरी है"।  

वहीं मोइली की पार्टी कांग्रेस इस मामले पर काफ़ी सचेत दिख रही है। खास तौर पर जब यूपी विधानसभा 2017 के चुनाव सामने हैं। कांग्रेस ने कहा कि,"हमें केवल सर्वोच्च न्यायालय में पूरा विश्वास है जो हमेशा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की गई है।"

एक अंग्रेज़ी अखबार को दिये इंटरव्यू में मोइली ने कहा, "भारत जैसे बहु-सांस्कृतिक, बहु-जातीय, और बहु-आयामी देश में कॉमन सिविल कोड लगाना बहुत मुश्किल है।" 

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बीजेपी के अहम मुद्दों में कॉमन सिविल कोड भी है। लेकिन बीजेपी इसे लोगों तक थोपना नहीं चाहते। वहीं मुस्लिम पर्सनल लॉ की ओर से छेड़ी गई इस बहस ने मामले को हवा दे दी है।

लॉ कमीशन ने हाल ही में ट्रिपल तलाक पर  सुझाव मंगाया था। जिस पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सरकार की आलोचना की थी। 

आपको बता दें कि यूनिफॉर्म सिविल कोड पर सवाल उठाते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के हजरत मौलाना वली रहमान ने कहा था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड भारत के लिए ठीक नहीं है। बोर्ड ने कहा, 'मुस्लिम भारत की आजादी की लड़ाई में बराबर के भागीदार रहे हैं। लेकिन उनकी भूमिका को हमेशा कम कर के देखा जाता है।'