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पीएम मोदी की कर्म भूमि काशी के विकास को देखकर कहेंगे, वाह...बनारस...वाह

साल 2014 के बाद से बनारस का कायाकल्प हो रहा है. जब से यहां के सांसद नरेंद्र मोदी बने हैं तब से बनारस की महत्ता और भी बढ़ गई है.

Updated on: 25 Mar 2021, 01:28 PM

highlights

  • साल 2014 के बाद से बनारस का कायाकल्प हो रहा है
  • यहां लंबी-लंबी लक्जरी गाडिय़ां सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं
  • बनारस में सिक्स और फोरलेन का जाल चारों ओर बिछ रहा है

वाराणसी:

कहा जाता है कि बनारसी कभी बनारस को कदमों से माप देते थे. वह रिक्शे पर बैठकर मुंह में पान का बीड़ा जमाए शाम को घाटों की ओर गलियों की तरह चौड़ी सड़कों पर निकलते थे, लेकिन अब इस बनारस को घेरता दूसरा बनारस आधुनिक जमाने से कदमताल कर रहा है. लंबी-लंबी लक्जरी गाडिय़ां सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं. बाबतपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से शहर की ओर बढ़ते ही कनेक्टिविटी के नजरिए से बदलाव साफ नजर आता है. वहीं, जाम की समस्या से जूझ रही काशी को जल्द ही लाइट मेट्रो की सौगात मिल सकती है. प्रदेश सरकार ने अपने बजट में वाराणसी लाइट मेट्रो के लिए सौ करोड़ का प्रावधान किया है. इससे माना जा राहा है कि तरना से लंका के बीच काशीवासी मेट्रो की जल्दी सवारी ही करेंगे. इससे पहले केंद्र सरकार ने भी आम बजट में टू टीयर शहरों के लिए लाइट मेट्रो के संचालन के लिए बजट का प्रावधान किया है.

साल 2014 के बाद से बनारस का कायाकल्प हो रहा है. जब से यहां के सांसद नरेंद्र मोदी बने हैं तब से बनारस की महत्ता और भी बढ़ गई है. आज के बनारस से देश और विदेश को उड़ान भरने वाले हवाई जहाज, तेजस और वंदे भारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेनें, दूसरे राज्यों तक चलने वाली लग्जरी बसें इन बदला का सबसे बड़ा उदाहरण है.
वहं, काशी से प्रयागराज तक लाइट मेट्रो और शहरी क्षेत्र में रोप-वे, काशी से दिल्ली तक बुलेट ट्रेन का प्रस्ताव दिल्ली और मुंबई जैसी मेट्रो सिटी की जिंदगी के सपने को पंख सा लगा दिया है. वहीं, गंगा में जल परिवहन ने नए रोमांच का अहसास करा दिया है.

हम जब बनारस के संकटमोचन मंदिर प्रांगण में उपस्थित एक हजार से ज्यादा रसिकों के मुख से समवेत स्वर में हर-हर महादेव का उद्घोष गूंज उठा था. यह वह भीड़ थी जिसमें इस शहर के रिक्शेवाले, ठेलेवाले, पानवाले, पटरीवाले, बेहद सामान्य लोग होते हैं. यहां लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की दिल से सराहना की. वहीं, बनारस जिले में सिक्स और फोरलेन का जाल चारों ओर बिछ रहा है. प्रयागराज तक एनएच-2 को सिक्स लेन किया जा रहा है. जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर तक फोरलेन बन रहा है. 
बस सेवा भी समृद्ध है. लग्जरी बसें संचालित होती हैं. नेपाल तक की सेवा मिलती है. इसके अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली तक लग्जरी बसें चलती हैं.