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वंदे मातरम नहीं गाने वाला देशद्रोही नहीं, यह पसंद की बात है: मुख्तार अब्बास नकवी

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वंदे मातरम गाना पसंद की बात है। जो लोग इसे नहीं गाते हैं या गाने से इनकार करते हैं तो उन्हें देशद्रोही नहीं करार दिया जा सकता है।

Updated on: 30 Jul 2017, 01:53 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वंदे मातरम गाना पसंद की बात है। जो लोग इसे नहीं गाते हैं या गाने से इनकार करते हैं तो उन्हें देशद्रोही नहीं करार दिया जा सकता है।

संसदीय मामलों और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नकवी ने कहा, 'वंदे मातरम गाना या नहीं गाना पूरी तरह स पसंद का मामला है, जिन्हें अच्छा लगता है गाएं, जिन्हें अच्छा नहीं लगता न गाएं। इसके नहीं गाने से कोई देशद्रोही नहीं हो जाता है।'

वहीं नकवी ने यह भी कहा कि अगर कोई जानबूझकर राष्ट्रगीत का विरोध करता है तो वह गलत है और यह बात देश हित में नहीं है।

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बता दें कि नकवी का यह बयान शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा में राष्ट्रगीत पर हुए बवाल के बाद सामने आया है। इस दौरान बीजेपी विधायकों ने समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आजमी का जोरदार विरोध किया था।

दरअसल विधानसभा में राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में वंदे मातरम के गायन को आवश्यक बनाने की मांग की जा रही थी। इस मांग के बाद अबु आजमी ने इसका जमकर विरोध किया था। आजम ने कहा था कि अगर उन्हें देश से बाहर भी फेंक दिया जाता है तो भी वह वंदे मातरम नहीं गाएंगे।

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