रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) कोविड-19 महामारी को लेकर टीके और दवा के विकास पर काम कर रहा है तथा इसके साथ ही संगठन सेनिटाइजर, विशेष मास्क और सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के काम में भी लगा है. डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि डीआरडीओ (DRDO) अब तक सेनेटाइजर की पांच लाख बोतलें तैयार और वितरित कर चुका है तथा हर रोज लगभग 30 हजार मास्क बना रहा है और यह क्षमता जल्द ही 60 हजार तक पहुंच जाएगी. डीआरडीओ रासायनिक, जैविक, विकिरण और परमाणु संबंधित गतिविधियों को लेकर सुरक्षात्क उपकरण बनाने के साथ ही एन-99 मास्क भी बना रहा है तथा यह सॉफ्टवेयर पर भी काम कर रहा है जिनमें से एक पृथक-वास में रह रहे लोगों पर नजर रखेगा.
इसे भी पढ़ें:वंदे भारत मिशन का विस्तार करेगी सरकार, 15 मई से विदेश में फंसे सभी भारतीयों की होगी स्वदेश वापसी
उन्होंने गुरुवार को यहां एक निजी विश्वविद्यालय के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए डीआरडीओ द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न पहलों और गतिविधियों की जनकारी दी. रेड्डी रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव भी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उपचार संबंधी दवा के विकास के लिए अनेक प्रयत्न किए जा रहे हैं. पूरा देश योगदान दे रहा है और डीआरडीओ संबंधित उद्देश्य के लिए शुरुआती दिन से ही काम में लगा है.
Source : Bhasha