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उत्तराखंड: गैरसैंण में सत्र पर सरकार और संगठन के बीच ठनी रार, कांग्रेस ने भी खोला मोर्चा

उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण में कराने को लेकर सियासत जारी है.

Updated on: 27 Nov 2018, 09:17 PM

नई दिल्ली:

उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण में कराने को लेकर सियासत जारी है. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि सरकार इस बात का फैसला करेगी कि विधानसभा सत्र गैरसैंण में होगा या नहीं. पिछले दिनों प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा था कि बुनियादी सुविधाओं के पूरा होने तक गैरसैंण में विधानसभा का सत्र नहीं कराना चाहिए. गैरसैंण के मुद्दे को लेकर बीजेपी संगठन और राज्य सरकार में ठनी रार के बाद अब कांग्रेस भी इस मुद्दे को उठा रही है. कांग्रेस का कहना है कि वह पहले से ही कह रही है कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को उन्हीं के सरकार के विधायक और मंत्री मुख्यमंत्री नहीं मानते हैं .

बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा, 'अब खुलकर बीजेपी का चाल चरित्र गैरसैंण को लेकर सामने आ गया है .बीजेपी संगठन के मुखिया से पता चलता है कि गैरसैण के मुद्दे को लेकर बीजेपी क्या सोचती है.' कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के मामले में कूदने पर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार और संगठन में कितनी बड़ी खाई है अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री के बयानों से पता चलता है मुख्यमंत्री गैरसैंण को लेकर संजीदा नहीं है.

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पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार

उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव के बाद बीजेपी और कांग्रेस में नेताओं के द्वारा अंदर खाने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार करने के मामले सामने आ रहे हैं. देहरादून में बीजेपी के रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ पर संगठन के कई कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देने के आरोप लगाए हैं.

वहीं कोटद्वार में भी बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने इशारों इशारों में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने के आरोप लगाए हैं मामले पर प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा है कि जल्दी ही और कमेटी की बैठक में यह सभी मुश्किलें उठाए जाएंगे और सभी मामलों की जांच होगी जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी