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भाजयुमो अध्यक्ष से मुख्यमंत्री तक पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे तय किया सफर

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को लेकर संशय सोमवार को खत्म हो गया. विधान मंडल दल की बैठक में उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक बार फिर से विधायक दल का नेता चुना गया. वह उत्तराखंड के सातवें मुख्यमंत्री होंगे.

Updated on: 22 Mar 2022, 01:18 PM

highlights

  • स्वयंसेवक के रूप में की सामाजिक जीवन की शुरुआत
  • 2002 से 2008 तक उत्तराखंड भाजयुमो के थे अध्यक्ष
  • खटीमा विधानसभा सीट से लगातार 2 बार बने विधायक 

देहरादून :

उत्तराखंड (Uttrakhand) में मुख्यमंत्री को लेकर संशय सोमवार को खत्म हो गया. विधान मंडल दल की बैठक में उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को एक बार फिर से विधायक दल का नेता चुना गया. वह उत्तराखंड के सातवें मुख्यमंत्री होंगे. दरअसल, भाजपा यह चुनाव धामी के चेहरे पर ही लड़ी थी और पार्टी को 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. हालांकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद अपनी सीट नहीं बचा पाए थे.

इसके बाद नए मुख्यमंत्री को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया था. बीते 11 दिन से सोशल मीडिया पर कई नेताओं के नामों को सीएम पद के दावेदार के रूप में पेश किया जा रहा था. जिन नेताओं के नाम सुर्खियां बटोर रही थी, उनमें धामी सरकार ((CM Pushkar Singh Dhami) ) में कैबिनेट मंत्री रहे धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, कोटद्वार की विधायक रितु खंडूरी के अलावा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट और अनिल बलूनी के नाम शामिल थे. पुष्कर सिंह धामी को अब 6 महीने के अंदर चुनाव जीतकर विधायक बनना होगा, क्योंकि वह खटीमा से अपना चुनाव हार गए थे. खटीमा से कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने धामी को शिकस्त दी थी.

धामी ने अपना राजनीतिक जीवन 
इससे पहले धामी 2012 और 2017 में दो बार खटीमा से चुनाव जीतकर विधानसभा के सदस्य बने थे. 2016 से मुख्यमंत्री बनने तक वे उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे. वर्तमान में 11वें मुख्यमंत्री के पद पर हैं आसीन. इससे पहले 2010-2012 तक वे राज्यमंत्री (दर्जा प्राप्त) शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड रहे. इससे पहले 2001-2002 तक वे उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के विशेष कार्याधिकारी रहे. इससे पहले वे भारतीय जनता युवा मोर्चा,उत्तराखंड लगातार दो बार 2002 से 2008 तक उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष थे.

सबसे कम उम्र में सीएम बनने का बनाया रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नाम एक नया रिकॉर्ड जुड़ा हुआ है. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने थे, जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तब उनकी उम्र मात्र 45 साल थी. पुष्कर धामी को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी का करीबी माना जाता है. जब भगत सिंह कोश्यारी मुख्यमंत्री थे तो पुष्कर धामी उनके ओएसडी हुआ करते थे. पहली बार मुख्यमंत्री बनने से पहले पुष्कर धामी कभी भी कैबिनेट मंत्री या राज्य मंत्री के पद पर नहीं रहे हैं. इसके अलावा सरकार चलाने का भी उनके पास कोई अनुभव नहीं था. पुष्कर धामी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से आते हैं और राजपूत जाति से ताल्लुक रखते हैं.

सामाजिक जीवन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षित स्वयंसेवक, 
संघ की सेवा में बिताए दिनः 32 वर्ष 
विश्वविद्यालय स्तर (लखनऊ विश्वविद्यालय) से प्रांतीय स्तर(अवध प्रांत) तक दायित्ववान कार्यकर्ता
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (10 वर्ष), कार्य क्षेत्र - उत्तर प्रदेश

राजनीतिक जीवन
प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा,उत्तराखंड (लगातार दो बार 2002 से 2008 तक)
विशेष कार्याधिकारी मुख्यमंत्री, उत्तराखंड (2001-2002 )
राज्यमंत्री (दर्जा प्राप्त) शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड (2010-2012 )
प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखंड (2016 से अब तक) वर्तमान में 11वें मुख्यमंत्री के पद पर हैं आसीन. 
विधायक खटीमा,उत्तराखंड (2012-2017 )
विधायक खटीमा, उत्तराखंड (2017-2022 )