logo-image

यूपी पुलिस के रवैये से निराश मुस्लिम परिवार ने इंसाफ़ की उम्मीद में अपनाया हिंदू धर्म

बागपत जिले का एक शख़्स अपने बेटे की मौत के मामले में यूपी पुलिस के रवैये से परेशान होकर अपने 13 सदस्यीय परिवार के साथ सामूहिक धर्म परिवर्तन कर लिया.

Updated on: 03 Oct 2018, 02:26 PM

नई दिल्ली:

न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या, आत्मदाह, आमरण अनशन और धरना प्रदर्शन जैसे कई मामले आपने सुने होंगे लेकिन क्या आपने कभी यह सुना है कि कोई व्यक्ति धर्म ही बदल ले और बदले हुए पहचान के साथ जीना सीख ले. जी हां यह सच है. बागपत जिले का एक शख़्स अपने बेटे की मौत के मामले में यूपी पुलिस के रवैये से परेशान होकर अपने 13 सदस्यीय परिवार के साथ सामूहिक धर्म परिवर्तन कर लिया.

धरम सिंह (धर्म परिवर्तन के बाद बदला हुआ नाम) ने कहा, 'मेरा नाम अख्तर अली था. मैंने अपना धर्म बदल लिया है क्योंकि पुलिस ने हमारे केस की निष्पक्षता से जांच नहीं की. इतना ही नहीं मुस्लिम समुदाय भी हमारे पक्ष में खड़ा नहीं हुआ. मोदी के इंडिया में मुस्लिमों के साथ निष्पक्ष व्यवहार नहीं किया जा रहा है.'

बता दें कि मुस्लिम परिवार ने सोमवार को एसडीएम बड़ौत को एफिडेविट देकर स्वेच्छा से इस्लाम धर्म को छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने की मांग की थी. जिसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के सहयोग से 13 लोगों ने मंगलवार को हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार यज्ञ पूजन के बाद अपना नामकरण करवाया.

उधर सामूहिक धर्म परिवर्तन का मामला सामने आने सेके बाद बागपत के डीएम ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है. बागपत के जिलाधिकारी ऋषिरेंद्र कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि बड़ौत तहसील में कुछ लोगों ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन के शपथ पत्र दिए हैं. हत्या के एक मामले की विवेचना से पीड़ित लोग संतुष्ट नहीं थे. पुलिस को इस मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. 

और पढ़ें- पीएम मोदी को मिला 'चैंपियंस ऑफ द अर्थ' अवॉर्ड, UN महासचिव ने किया सम्मानित

युवा हिंदू वाहिनी(भारत) के प्रदेश अध्यक्ष शौकेंद्र खोखर ने मंगलवार को बताया कि छपरौली थाने के बदरखा निवासी अख्तर पिछले छह-सात माह से बागपत कोतवाली क्षेत्र के निवाड़ा गांव के खुब्बीपुरा मोहल्ला में रह रहे हैं.