logo-image

यूपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सांसद पीएल पूनिया सहित कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित युवती ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. इसके बाद से तमाम राजनीतिक पार्टियां और नेताओं ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला हैं.

Updated on: 29 Sep 2020, 04:45 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित युवती ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. इसके बाद से तमाम राजनीतिक पार्टियां और नेताओं ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला हैं. वहीं कांग्रेस सांसद पीएल पूनिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.  इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने विजय चौक पर गिरफ्तार कर लिया.

और पढ़ें: हाथरस कांड : गैंगरेप के बाद दरिंदों ने पार की थी हैवानियत की हदें, तोड़ी रीढ़ की हड्डी, काटी जीभ

इससे पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर हमला बोला और कहा कि यूपी में महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है. उन्होंने इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग उठाई है.

प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही. हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है.'

उन्होंने आगे कहा, 'यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है. महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है. अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं. इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. सीएम योगी यूपी की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं.'

बता दें कि युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेपकी शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया था. इसके बाद आरोपियों ने उस पर जानलेवा हमला भी किया था. सोमवार को हालत बेहद गंभीर होने पर उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कलेज से दिल्ली के सफ दरजंग अस्पताल रेफर किया गया था.

ये भी पढ़ें:  हाथरस: गैंगरेप पीड़िता के भाई ने यूपी पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप

इससे पहले घटना के बारे में पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उनके साथ गैंगरेपकिया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की, जिसमें पीड़िता की जीभ कट गई थी.

पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में रामू और लवकुश को भी गिरफ्तार किया गया और शनिवार को चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. चारों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेपऔर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा.