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मायावती के बाद अब RLD भी छोड़ सकती है गठबंधन, बैठक आज

उत्तर प्रदेश में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद अब आरएलडी ने भी इस गठबंधन से अलग होने के संकेत दे दिए हैं

Updated on: 05 Jun 2019, 01:17 PM

highlights

  • आरएलडी ने भी दिए अलग गठबंधन से अलग होने के संकते
  • आरएलडी आज शाम तक ले सकती है फैसला
  • एस-बीएसपी अकेले लड़ेगे उपचुनाव

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के गठबंधन को निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद अब धीरे-धीरे तीनों पार्टियां गठबंधन से अलग हो गई हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद अब आरएलडी ने भी इस गठबंधन से अलग होने के संकेत दे दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरएलडी इस बारे में बुधवार शाम तक फैसला ले सकती है. जानकारी के मुताबिक इसे लेकर आरएलडी बैठक भी करने वाली है.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी को रोकने के लिए एसपी, बीएसपी और आरएलडी ने गठबंधन किया था. माना जा रहा था कि ये गठबंधन बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकता है लेकिन लोगों का अनुमान गलत निकला और बीजेपी की लहर उत्तर प्रदेश में भी छा गई. चुनाव नतीजों में बीएसपी को केवल 10 सीटों पर जीत मिली वहीं एसपी को सिर्फ 5 सीटों संतोष करना पड़ा. वहीं आरएलडी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा पर जीत किसी भी सीट पर नहीं मिली.

सबसे पहले मायावती ने किया था ऐलान

इससे पहले मायावती ने मंगलवार को ऐलान किया था कि उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव बीएसपी अकेले ही लड़ेगी. उन्होंने कहा था, ' यादव समाज ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से विश्‍वासघात किया, जिसके चलते लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को कम सीटें मिलीं, जिससे महागठबंधन के मजबूत उम्‍मीदवार भी हार गए.' हालांकि उन्‍होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से बसपा का रिश्‍ता कायम रहेगा. उन्‍होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव और डिंपल यादव मेरी बहुत इज्‍जत करते हैं. उन्होंने कहा, 'यह कोई स्थाई विराम नहीं है. यदि हम भविष्य में महसूस करते हैं कि सपा प्रमुख अपने राजनीतिक कार्य में सफल होते हैं, तो हम फिर से एक साथ काम करेंगे लेकिन अगर वह सफल नहीं होता है, तो हमारे लिए अलग से काम करना अच्छा रहेगा. इसलिए हमने अकेले उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है.'

अखिलेश यादव ने क्या कहा?

मायावती के इस ऐलान के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा था कि वो भी उपचुनाव अकेले लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'गठबंधन को लेकर मैं यही कहूंगा कि अगर गठबंधन टूटा है तो उस पर बहुत सोच-समझकर बयान दूंगा, हम कुछ कहें, कोई कुछ कहें, आप आकलन करें.' अखिलेश ने कहा कि उपचुनाव की तैयारी समाजवादी पार्टी भी करेगी और 11 सीटों पर वरिष्ठ नेताओं से राय-मशविरा करके पार्टी चुनाव लड़ेगी. आखिर में अखिलेश ने कहा, 'रास्ते अलग-अलग हैं तो उसका भी स्वागत और सबको बधाई.'