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बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही यूपी सरकार

बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही यूपी सरकार

Updated on: 24 Aug 2021, 07:20 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राज्य प्रशासन को राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत उपायों की व्यवस्था करने के लिए युद्धस्तर पर काम करने का निर्देश दिये हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, उत्तर प्रदेश में नदियों के जल स्तर की निरंतर निगरानी की जानी चाहिए। बाढ़ प्रभावित जिलों में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें ) और आपदा प्रबंधन को चौबीसों घंटे सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। बाढ़/अत्यधिक बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देरी नहीं होनी चाहिए। प्रभावित परिवारों को तुरंत सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 3,832 नावें और 841 चिकित्सा दल तैनात किए हैं, जबकि 1,089 राहत शिविर, 1,282 बाढ़ चौकियां और 855 पशु राहत शिविर बनाए गए हैं।

बाढ़ राहत शिविर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए पीने के पानी, शौचालय, कपड़े, बर्तन और बिस्तर जैसी सुविधाओं से लैस हैं।

इस समय राज्य के 13 जिलों के 382 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी सहित 58 से अधिक टीमों को 41 जिलों में तैनात किया गया है।

एनडीआरएफ की नौ टीमें मिर्जापुर, प्रयागराज, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, लखनऊ, बलिया और वाराणसी में तैनात की गई हैं, जबकि एसडीआरएफ की 10 टीमें मुरादाबाद, बरेली, बलरामपुर, प्रयागराज, लखनऊ, कुशीनगर, गोरखपुर, अयोध्या, बलिया और वाराणसी में तैनात की गई हैं।

इसी तरह, सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, फतेहपुर, रायबरेली, बांदा, इटावा, आगरा, औरैया, आजमगढ़, गोरखपुर और बलिया सहित राज्य भर के जिलों में पीएसी की टीमों को तैनात किया गया है।

इसके अलावा, पिछले 24 घंटों में जानवरों और मानव जीवन की सुरक्षा के लिए लगभग छह पशु शिविर लगाए गए हैं।

अब तक उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में लगभग 855 पशु शिविर स्थापित किए हैं, जहां 5,51,195 से अधिक पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.