logo-image

अमेरिकी सांसदों ने चीन की कंपनियों को सेटेलाइट बेचे जाने पर ट्रंप प्रशासन से जानकारी मांगी

पत्र में सांसदों ने लिखा है, ‘चीनी सेना और पुलिस द्वारा अमेरिकी सेटेलाइट तकनीक का इस्तेमाल सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा तथा मानवाधिकारों के लिए गंभीर चिंता पैदा करते हैं.’

Updated on: 03 Jul 2019, 10:04 PM

highlights

  • रिपब्लिकन पार्टी ने ट्रंप प्रशासन से मांगी सूचना
  • US ने सेटेलाइट चीन से जुड़ी कंपनियों को मुहैया करवाए
  • मीडिया में खबरें आने के बाद बढ़ा विवाद

नई दिल्‍ली:

रिपब्लिकन पार्टी के दो शीर्ष सांसदों ने ट्रंप प्रशासन से उस प्रक्रिया की सूचना मांगी है जिसके तहत बोइंग ने अमेरिका निर्मित सेटेलाइट चीन से जुड़ी कंपनियों को मुहैया कराए हैं. सांसदों ने संदेह जताया कि चीन इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल मानवाधिकार हनन के लिए कर सकता है. रिपब्लिकन सांसद चक ग्रास्ले और जोनी अर्नेस्ट ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को पत्र लिख कर कहा कि मजबूत निर्यात नियंत्रण कानून यह सुनिश्चित करने के लिए अहम है कि संवेदनशील तकनीक ऐसे हाथों में ना पड़े जो उसका इस्तेमाल अमेरिका के खिलाफ कर सकते हैं.

पत्र में सांसदों ने लिखा है, ‘चीनी सेना और पुलिस द्वारा अमेरिकी सेटेलाइट तकनीक का इस्तेमाल सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा तथा मानवाधिकारों के लिए गंभीर चिंता पैदा करते हैं.’ इसमें कहा गया, ‘इन सेटेलाइटों का इस्तेमाल चीन के सैन्य लक्ष्यों को आगे बढ़ाने तथा प्रौद्योगिकियों के विकास में किया जा सकता है जो अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम चिंता पैदा करता है.’ 

यह भी पढ़ें- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिया पद से इस्तीफा, जानिए किसने क्या कहा

दरअसल सांसदों ने पोम्पिओ को यह पत्र इस साल की शुरुआत में वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद लिखा है जिसमें कहा गया था कि बोइंग ने नौ सेटेलाइट निर्मित किए हैं और चीन को बेचने के लिए वह और सेटेलाइट बना रहा है. 

यह भी पढ़ें- रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रायबरेली कोच फैक्ट्री के बहाने कांग्रेस पर बोला हमला