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अमेरिकी राष्‍ट्रपति को पहली बार हुआ MODI MAGIC का अहसास, पाकिस्‍तान को लगी मिर्ची

भारत में तो मोदी मैजिक (MODI MAGIC) का खुमार छह साल से भी ज्‍यादा समय से चढ़ा हुआ है. विरोधी इस मैजिक का काट नहीं खोज पा रहे हैं.

Updated on: 23 Sep 2019, 06:12 AM

नई दिल्‍ली:

भारत में तो मोदी मैजिक (MODI MAGIC) का खुमार छह साल से भी ज्‍यादा समय से चढ़ा हुआ है. विरोधी इस मैजिक का काट नहीं खोज पा रहे हैं. पीएम मोदी जहां भी जाते हैं, मोदी मैजिक छा जाता है. देश कोई भी कोना ऐसा नहीं है, जो इस मैजिक से अछूता रहा हो. विरोधी भी इस बात को मानते और जानते हैं. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि जब देश के बाहर भी मोदी मैजिक खूब चला. वह भी अमेरिका में. डोनाल्‍ड ट्रंप भले अपने आप को दुनिया का सबसे ताकतवर नेता जानते और मानते हों, लेकिन इस बार नजारा कुछ और था. आज डोनाल्‍ड ट्रंप ने पहली बार देखा कि भारत के नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिर हैं क्‍या. 

अमेरिका के बड़े शहर ह्यूस्टन (Houston) के एनआरजी स्टेडियम (NRG Stadium) में जहां यह कार्यक्रम हुआ, वहां 50 हजार लोगों के बैठने की जगह है, लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही स्‍टेडियम खचाखच भर गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अमेरिका और अमेरिका में रह रहे भारतीयों ने अभूतपूर्व स्‍वागत किया. हाउडी मोदी (Howdy Modi) कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए करीब 50 हजार एनआरआई बेताब थे. सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को की ऑफ ह्यूस्टन देकर सम्मानित किया गया. काफी देर बाद डोनाल्‍ड ट्रंप मंच पर पहुंचे तो दोनों नेताओं की जुगलबंदी देखते बनी.
Howdy Modi कार्यक्रम का आयोजन को अमेरिका में हुआ, लेकिन सभी जानते हैं कि पूरी दुनिया की नजरें इस आयोजन पर लगी हुई थी, देर रात शुरू हुए इस कार्यक्रम को देखने के लिए पूरी दुनिया के लोग बेचैन थे. आज पूरी दुनिया ने जान लिया कि मोदी जी आखिर हैं क्‍या. क्‍यों मोदी लगातार दो बार दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में भारी संख्‍या में मत देकर भारी बहुमत से जिताया और अपने देश का प्रधानमंत्री बनाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को यह भी बताया कि पिछले छह साल में भारत में क्‍या क्‍या परिवर्तन लाए गए. भारत पिछले छह सालों में कितना बदल गया है. उन्‍होंने बताया कि भ्रष्‍टाचार को भारत ने फेयरवेल दे दिया है. वहीं आर्टिकल 370 को भी भारत ने अलविदा कह दिया है. उन्‍होंने बताया कि देश में कितनी सब्‍सिडी दी गई और कितना पैसा भारत ने बचाकर उसे अच्‍छे कामों में लगाया. इस पूरे कार्यक्रम को देखते हुए पाकिस्‍तान को भी मिर्ची लगी है. जिस पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अमेरिका जाने पर कोई अगुवाई करने नहीं पहुंचता, उसे देखकर पूरा पाकिस्‍तान भी हतप्रभ है.