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पाक ने मुंबई हमले के हैंडलर की गिरफ्तारी को एफएटीएफ की बड़ी उपलब्धि बताया

पाक ने मुंबई हमले के हैंडलर की गिरफ्तारी को एफएटीएफ की बड़ी उपलब्धि बताया

Updated on: 25 Jun 2022, 03:25 PM

इस्लामाबाद:

जैसा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने अपनी ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए कार्य योजना के कार्यान्वयन पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए अपनी टु-डु सूची से आइटम को हटा दिया, ऐसे में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष आतंकवादी और 26/11 के मुंबई हमलों के हैंडलर साजिद मजीद मीर की दौषसिद्धि और सजा ने उनके मामले को मजबूत किया है।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 44 वर्षीय मीर को इस महीने के पहले सप्ताह में लाहौर की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने आतंकवाद के वित्तपोषण के एक मामले में दोषी ठहराते हुए साढ़े 15 साल जेल की सजा सुनाई थी।

उस पर 420,000 पीकेआर का जुर्माना भी लगाया गया था और वह वर्तमान में लाहौर की कोट लखपत जेल में सजा काट रहा है।

एक सूत्र के मुताबिक, यह सब इतनी शांति से हुआ कि इस तरह के एक हाई-प्रोफाइल मामले में अदालत के इतने महत्वपूर्ण फैसले के बारे में किसी को पता नहीं चला, सिवाय एक अखबार में एक बहुत ही संक्षिप्त रिपोर्ट के, वह भी ध्यान आकर्षित नहीं कर सका।

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी नजरबंदी को भी मीडिया की नजरों से दूर रखा गया, जो जाहिर तौर पर अप्रैल के बाद के हिस्से में हुई थी।

पाकिस्तानी अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि उसकी मृत्यु हो गई है, लेकिन पश्चिमी देश असंबद्ध रहे और उसकी मृत्यु के सबूत मांगे।

पिछले साल के अंत में कार्य योजना पर पाकिस्तान की प्रगति के एफएटीएफ के आकलन में यह मुद्दा एक प्रमुख महत्वपूर्ण बिंदु बन गया।

यहीं से मीर के मामले में चीजें आगे बढ़ने लगीं जिससे उसकी गिरफ्तारी हुई।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी दोषसिद्धि और सजा इसलिए बड़ी उपलब्धियां थीं, जिन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने एफएटीएफ को अपनी कार्य योजना पर दी गई प्रगति रिपोर्ट में दिखाया था।

इसने वास्तव में एफएटीएफ सदस्यों को यह समझाने में मदद की है कि पाकिस्तान ने सभी आवश्यक कार्यो को पूरा कर लिया है।

कमजोर अभियोजन और आतंकवादियों की कमजोर सजा दर बड़ी कमियां थीं जिन्होंने पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने में बाधा डाली थी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.