प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए रिचर्ड वर्मा
नोटबंदी के बाद नकदी की कमी से कई देशों के दूतावास (एंबेसी) को नकदी की कमी से जूझना पड़ा है। रूस ने खुले तौर पर इसका विरोध किया।वहीं भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने नोटबंदी पर कहा है कि इससे द्विपक्षीय संबंध पर असर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'नोटबंदी का भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध पर कोई असर नहीं हुआ है।'
भारतीय मूल के रिचर्ड वर्मा ने कहा, 'हमारे दूतावास और वाणिज्य दूतावासों में स्थानीय कर्मचारी अधिक हैं और हम उनकी मदद की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, हम उसे समझते हैं, हम यह भी समझते हैं कि यह लोगों के लिए कठिन है।'
It doesn't really have an impact on the bilateral relationship (between India and US): US Ambassador to India, Richard Verma #DeMonetisationpic.twitter.com/vuU4j95X00
— ANI (@ANI_news) December 14, 2016
हमारा पाकिस्तान के साथ सुरक्षा को लेकर जो संबंध हैं वह काफी जटिल है। इसमें खासकर हम आतंक रोधी कार्रवाई शामिल है लेकिन भारत के साथ हमारा संबंध काफी विस्तृत है।'
Strongly condemn cross border terrorism, it needs to end and perpetrators need to be held accountable: Richard Verma,US Ambassador to India pic.twitter.com/1V1JsfKGLE
— ANI (@ANI_news) December 14, 2016
उन्होंने कहा, 'हम सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं। इसे खत्म किया जाना चाहिए और समर्थन देने वाले लोगों पर जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।'
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Source : News Nation Bureau