केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि साल 2016 में नए शहरी मिशनों को लागू करने में प्रगति प्रोत्साहित करने वाली रही। उन्होंने कहा कि अगले साल भी इन्हीं क्षेत्रों पर फोकस किया जाएगा। नायडू ने कहा, 'कुल मिलाकर 2016 में नए लक्ष्यों पर अमल उत्साहवर्धक रहा है। हमलोग चाहेंगे कि यह गति और तेज हो ताकि मनचाहे परिणाम तय समय सीमा के अंदर हासिल हो जाए।'
नायडू ने कहा कि परियोजना तैयार करने का निरूपण करने, उनका मूल्यांकन करने और उनकी स्वीकृति देने में मंत्रालय ने लगातार सहायता की है जिसके परिणामस्वरूप तेजी से स्वीकृतियां मिली हैं।
पहले की तरह काम करने की जगह शहरी निकाय को नए रास्ते अपनाने थे। वे इस मामले में बहुत हद तक ऊपर उठे हैं और यह उनके लागू करने की गति से साफ दिखता है।
नायडू ने कहा, 'राज्यों और शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है और शहर सकारात्मक परिणाम दे रहे हैं। शहरी इलाके में काम करने की स्थिति तेजी से सुधर रही है।'
बाद में शहरी विकास मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शहरी संरचनागत परियोजनाएं लागू करने में तेजी, 60 शहरों में स्मार्ट सिटी योजना की स्वीकृति, नगरीय बांड के जरिए संसाधन जुटाने, स्वच्छ भारत अभियान शहरी इलाकों में गति पकड़ रहा है। रियल एस्टेट कानून का लागू होना और रियल एस्टेट नियमों की अधिसूचना वर्ष 2016 में शहरी विकास की एक नई उपलब्धि रही।
मंत्रालय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण का निर्धारित लक्ष्य 2016 में करीब आधा हासिल कर लिया गया।
मंत्रालय ने कहा कि 66 लाख घरों में शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया था जिसमें करीब 28 लाख (27,81,883) शौचालय का निर्माण किया जा चुका है और 21,43,222 लाख शौचालय का निर्माण पूरा होने के करीब है। इसके अलावा 5.08 लाख सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय का निर्माण 2019 तक किए जाने का लक्ष्य है।
और पढ़ें: जानिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने किस शहर को दिया सबसे 'स्वच्छ पर्यटन स्थल' का खिताब
Source : IANS