संसद शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन भी नोटबंदी पर राज्यसभा में हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया। सभापति हामिद अंसारी ने भावुक होकर कहा कि सदन में सिर्फ "श्रद्धांजलि के समय ही शांति रही।"
राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी की इस टिप्पणी के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद थे।
राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले अंसारी ने अपने भावुक संबोधन में कहा, "नियमित और लगातार अवरोध इस सत्र की पहचान रही... सभी वर्गों ने नारे लिखी तख्तियों को लहराने और शोर-शराबे से संबंधित नियमों की अनदेखी की।"
उन्होंने कहा कि सदन में केवल उसी वक्त शांति रही, जब दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई।
नोटबंदी के कुछ दिन बाद ही संसद की शीतकालीन सत्र शुरू हुआ और विपक्ष सरकार के इस फैसले के खिलाफ एकजुट हो गया। उनका आरोप था कि सरकार के इस फैसले से देश में आर्थिक इमरजेंसी आ गई है और लोगों को पैसों की कमी हो गई है।
हामिद अंसारी ने कहा, "शोर शराबे ने सदस्यों को जनता से जुड़े मुद्दों पर सवाल और चर्चा से दूर रखा।"
नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामे के कारण शीतकालीन सत्र में संसद के दोनों सदनों में कोई काम नहीं हो सका।
Source : News Nation Bureau