कन्नूर में आरएसएस के कार्यकर्ता की हत्या को लेकर केरल विधानसभा में हंगामा हुआ। राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन ने इसे एक चौंकाने वाली घटना करार दिया। साथ ही उन्होंने जिले में एएफएसपीए लगाने की बीजेपी की मांग की निंदा भी की।
शुक्रवार को हुई आरएसएस के स्थानीय पदाधिकारी की हत्या को लेकर राज्य विधानसभा में भारी हंगामे हुआ। राज्य के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राजनीतिक हत्याओं के लिए कुख्यात कन्नूर में फरवरी में शांति वार्ताओं के बाद से स्थिति नियंत्रण में थी। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में 240 से भी अधिक शांति वार्ताएं की गईं।
विजयन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी राज्यपाल को धमकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं पर राज्यपाल से धमकी भरे लहजे में बात करने का आरोप भी लगाया।
और पढ़ें: कुलभूषण जाधव मामला: आईसीजे में घिरा पाकिस्तान, पढ़ें भारत की पूरी दलील
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह हत्या होने के तत्काल बाद बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन के एक फेसबुक पोस्ट में माकपा को जश्न मनाते दिखाया गया था... लेकिन कोई नहीं जानता कि यह जश्न कहां हुआ। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। अगर यह गलत पाया गया तो पुलिस इसके लिए मामला दर्ज करेगी।'
सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम लागू किए जाने की मांग को लेकर उन्होंने कहा, 'जिसके मन में भी लोकतंत्र के लिए सम्मान होगा, वह कभी भी एएफएसपीए लागू करने की मांग नहीं करेगा, क्योंकि हम सब देख चुके हैं कि पूर्वोत्तर में इसे लागू करने का क्या परिणाम हुआ।'
उन्होंने बीच में हस्तक्षेप करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि जब वह बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं तो कांग्रेस को क्या परेशानी हो रही है।
विजयन ने सदन को आश्वासन दिया कि पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। मामले के दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है और जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा।
और पढ़ें: संवैधानिक पीठ में सुनवाई का तीसरा दिन: अटॉर्नी जनरल ने कहा, अगर सुप्रीम कोर्ट ने खत्म किया ट्रिपल तलाक तो केंद्र लाएगा कानून
कन्नूर जिले से वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक के. सी. जोसफ ने कहा, 'यह स्पष्ट हो गया है कि बीजू की हत्या एक अन्य हत्या का बदला लेने की एक सोची-समझी साजिश थी। हालांकि मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने इसे कभी-कभार होने वाली घटना बताया है। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि पिछले साल मई में आपके पदभार संभालने के बाद से 18 हत्याएं हो चुकी हैं।'
जोसफ ने कहा, 'इनमें से आठ राजनीतिक हत्याएं कन्नूर में हुई हैं, जिनमें से पांच बीजेपीऔर तीन माकपा नेताओं की हत्याएं हुई हैं। ये दोनों दल बदला लेने के लिए हत्याएं कर रहे हैं और हमने देखा है कि केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम को इसमें घसीटा जा रहा है। कन्नूर माकपा का मुख्यालय है और कन्नूर पुलिस माकपा की बी टीम के तौर पर कार्य करती है। जब तक राज्य सरकार निष्पक्ष रूप से और कड़ाई से काम नहीं करती, तब तक कुछ नहीं होगा।'
और पढ़ें: अमरकंटक में पीएम मोदी, बोले- मां नर्मदा की हमने परवाह नहीं की
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को आरएसएस के एक कार्यकर्ता बीजू की एक इनोवा कार से कुचलकर हत्या कर दी गई, जो पिछले साल पय्यनूर में हुई माकपा के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में 12वां आरोपी था।
घटना से गुस्साए राज्य के बीजेपीनेतृत्व ने शनिवार को सदाशिवम से कन्नूर में एएफएसपीए लगाने की मांग की थी।
वहीं, विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने विजयन पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान स्थिति के लिए केवल माकपा ही जिम्मेदार है और पार्टी अपनी हिंसात्मक गतिविधियों के जरिए बीजेपीकी मदद कर रही है।
और पढ़ें: वन बेल्ट वन रोड: चीन ने कहा- भारत का रुख खेदजनक, भविष्य में उसे छोटी भूमिका मिलेगी
Source : News Nation Bureau