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देवरिया नारी संरक्षण गृह कांड को राजनीतिक रंग देने वाले मत भूलें उनके समय में ही शुरू हुआ संचालन: रीता जोशी

बता दें कि देवरिया नारी संरक्षण गृह में महिलाओं और बच्चियों से साथ रेप मामले को लेकर आज जांच रिपोर्ट आने वाला है।

Updated on: 07 Aug 2018, 01:21 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के देवरिया के नारी संरक्षण गृह में महिलाओं और बच्चियों से साथ रेप मामले में विपक्ष द्वारा सरकार को घेरा जा रहा है। वहीं यूपी महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां ऐसे गंभीर मसले पर राजानीति न करें। उन्होंने कहा, 'जो पार्टी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश में लगी हुई है यह आश्रय गृह उनके समय में ही बनाया गया था।'

उन्होंने आगे कहा, 'यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि मामला लापरवाही का है या उपेक्षा का। सीएम योगी आदित्यनाथ इस मामले की ख़ुद जांच कर रहे हैं और उन्होंने काफी स्पष्ट रूप से कह दिया है कि दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा।'

बता दें कि देवरिया नारी संरक्षण गृह में महिलाओं और बच्चियों से साथ रेप मामले को लेकर आज जांच रिपोर्ट आने वाला है।

हालांकि अभी तक इस मामले में गायब लड़कियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। शेल्टर होम को सोमवार की रात ही सील कर दिया गया है साथ ही इसे चलाने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक पिछले करीब एक साल से यह सेंटर अवैध रूप से चलया जा रहा था। 

मामले का खुलासा तब हुआ जब सोमवार की सुबह एक लड़की किसी तरह वहां से भागकर थाने पहुंची। वहां पहुंचकर लड़की ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए।

लड़की के बायन के बाद मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान पर छापेमारी की गई जिसमें 42 लड़कियों में से 24 लड़कियों को छुड़ाया गया। संस्था की संचालिका, उसके पति और बेटे को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।

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जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने के बाद साल 2017 में ही इस संस्था का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान के नाम से चल रहे इस शेल्टर में अनियमितताओं के कारण इसका आर्थिक अनुदान रोक दिया गया था।