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यूपी के छात्र को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप के साथ मिला एडमिशन

उन्हें 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति पर अंतर्राष्ट्रीय संबंध और अर्थशास्त्र का अध्ययन करने के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में चुना गया है.

Updated on: 10 Jun 2021, 03:14 PM

highlights

  • मनु चौहान एक आवासीय सह शिक्षा विद्यालय विद्याज्ञान में पढ़ रहे थे
  • वह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय अगस्त के अंत में ज्वाइन करेंगे
  • गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र के पिता एक सेल्समैन के रूप में काम करते है

उत्तर प्रदेश:

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के 12वीं कक्षा के एक छात्र ने 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति के साथ अमेरिका के प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में स्थान हासिल किया है. अकराबाद गाँव के रहने वाले मनु चौहान,एक आवासीय सह शिक्षा विद्यालय विद्याज्ञान में पढ़ रहे थे. ये विद्यालय 1 लाख रुपये से कम की वार्षिक आय वाले परिवारों के ग्रामीण, वंचित मेधावी छात्रों को मुफ्त में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करता है. उन्हें 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति पर अंतर्राष्ट्रीय संबंध और अर्थशास्त्र का अध्ययन करने के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में चुना गया है. वह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय अगस्त के अंत में ज्वाइन करेंगे. एक गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र के पिता एक सेल्समैन के रूप में काम करते है. परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है. मनु उनकी एक इकलौती संतान हैं.

मनु ने विद्याज्ञान में पढ़ाई की है, जहां हर साल लगभग 250,000 आवेदकों में से केवल 250 छात्रों का चयन किया जाता है. शिव नादर फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्याज्ञान में, मनु ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया . उनके शिक्षकों ने उन्हें और अधिक आत्मविश्वासी बनने के लिए प्रेरित किया . साथ ही कदम दर कदम उनका मार्गदर्शन किया. नतीजतन, मनु के कक्षा 10 में 94.4 प्रतिशत रिजल्ट आया. साथ ही उन्होंने दो बार शैक्षिक परीक्षण के माध्यम से शैक्षिक कौशल के आकलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन पुरस्कार जीता. वो इंट्रा क्लास वाद विवाद प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ वक्ता बने और ओपन स्टेट लेवल टेबल टेनिस चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण पदक जीता.

मनु ने कहा, "मैं अपनी यात्रा का पूरा श्रेय विद्याज्ञान में अपने शिक्षकों को दूंगा जिन्होंने मुझे पढ़ाया, मुझे प्रोत्साहित किया और हर स्तर पर मुझे सलाह दी." मनु अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद संयुक्त राष्ट्र में नौकरी करने की इच्छा रखता है. मनु का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय संबंधों के क्षेत्र में काम करना और विकास के एजेंडे को चलाने में मदद करना है. उनका दीर्घकालिक सपना भारत में वंचित बच्चों की शिक्षा में योगदान देना है ताकि वह अन्य योग्य छात्रों को शिक्षा का उपहार दे सकें और उनके जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकें.