राज्यसभा चुनाव 2018: क्या अमित शाह पलट देंगे पूरा समीकरण, एसपी के 7 MLA बैठक से नदारद

अगले शुक्रवार यानी की 23 मार्च को देशभर की 58 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में 10 सीटें यूपी भरी जाएंगी।

अगले शुक्रवार यानी की 23 मार्च को देशभर की 58 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में 10 सीटें यूपी भरी जाएंगी।

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
राज्यसभा चुनाव 2018: क्या अमित शाह पलट देंगे पूरा समीकरण, एसपी के 7 MLA बैठक से नदारद

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो)

यूपी और गोरखपुर उपचुनाव में मिली हार का बदला (भारतीय जनता पार्टी) बीजेपी राज्यसभा चुनाव में लेने की तैयारी में है। शुक्रवार यानी की 23 मार्च को 16 राज्यों के 58 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में 10 सीटें यूपी से भरी जाएंगी।

Advertisment

यूपी के 10 में से 8 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत तय मानी जा रही है वहीं बाकी के दो सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समाजवादी पार्टी के विधायकों को अपने पाले में लाने की कोशिश में लगे हुए हैं। चुनाव से पहले सियासी जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है।

ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीएन उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने वाले एसपी विधायक पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से आयोजित बैठक में नहीं पहुंचे। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले एसपी के ऐसे 7 विधायक क्रॉस वोटिंग के जरिए बीजेपी को फायदा पहुंचा सकते हैं।

हालांकि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा है कि, सभी विधायक एकजुट हैं और जो मीटिंग में नहीं आये थे वो पार्टी अध्यक्ष के साथ अलग से मीटिंग में हिस्सा लेंगे।

और पढ़ें: कुपवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 4 जवान शहीद

हाल ही में एसपी से बीजेपी में आए नरेश अग्रवाल के बेटे भी अखिलेश यादव की बैठक में शामिल नहीं हुए। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि वो भी बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में वोट कर सकते हैं।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार से नाराज चल रहे ओमप्रकाश राजभर को भी मना लिया है और वो एनडीए में ही रहेंगे।

दूसरी तरफ 9 वें सीट पर एसपी उम्मीदवार जय बच्चन की जीत तय मानी जा रही है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी अपने सरप्लस वोट को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) उम्मीदवार को देकर गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मायावती के समर्थन का कर्ज उतारना चाहती है।

अगर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में वोट दिया तो मायावती की पार्टी का कोई भी उम्मीदवार राज्यसभा नहीं पहुंच पाएगा क्योंकि बीएसपी के पास सिर्फ 19 विधायक ही हैं।

और पढ़ें: डेटा लीक पर जुकरबर्ग को भारत की चेतावनी, कांग्रेस-बीजेपी में छिड़ी जंग

403 सदस्यों वाले यूपी विधानसभा में फिलहाल 324 सदस्य एनडीए के पक्ष में है। इसलिए आठ सांसदों को चुनने के बाद 28 वोट भी बीजेपी के पास सरप्लस में होगा।

गौरतलब है कि राज्यसभा में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 विधायकों के वोट की जरूरत होती है। इसका मतलब यह है कि 9 वें सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को जीतने के लिए सिर्फ 2 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।

खास बात यह है कि जिस निषाद पार्टी के अध्यक्ष के बेटे को अखिलेश ने गोरखपुर से एसपी उम्मीदवार बनाया था उसी पार्टी के एकमात्र विधायक विजय मिश्र ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। वहीं तीन निर्दलीय विधायकों में जहां दो एसपी के समर्थन में हैं वही तीसरा विधायक एनडीए के समर्थन में है।

और पढ़ें: 'डिनर डिप्लोमेसी' के ज़रिए क़रीब आए अखिलेश-शिवपाल, RS चुनाव पर चर्चा

Source : News Nation Bureau

BJP amit shah rajya-sabha rajyasabha election
      
Advertisment