उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद की गुरु पूर्णिमा के मौके पर पूजा हुई, उनकी आरती उतारी गई। ये सब किया उनके एक समर्थक ने। इसका एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।
वीडियो स्पष्ट रूप से गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लिया गया और उनके कई समर्थकों ने इस अवसर पर उनकी पूजा की थी।
सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर संजय निषाद को निषाद राज की उपाधि से भी नवाजा गया।
खुद को मछुआरों का राजनीतिक गॉडफादर कहने वाले संजय निषाद इस वीडियो को लेकर खुद विवादों में आ गए हैं।
नाम न बताने की शर्त पर एक भाजपा पदाधिकारी ने कहा, ऐसी चीजों से बचना चाहिए। राजनीतिक नेताओं के रूप में हम लोगों की सेवा कर रहे हैं और संजय निषाद की तरह कोई दर्जा हासिल नहीं करना चाहते। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद को प्रधान सेवक कहते हैं। वीडियो निश्चित रूप से एक शमिर्ंदगी है।
इस बीच, निषाद पार्टी के एक विधायक ने कहा कि यह संजय निषाद का सम्मान करने वाले पार्टी के लोगों की भावनाएं हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह अवसर गुरु पूर्णिमा का है जहां कोई अपने गुरु की पूजा करता है।
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Source : IANS