यूपी के मंत्री को गड्ढों वाली गली से पैदल जाने के लिए मजबूर किया

यूपी के मंत्री को गड्ढों वाली गली से पैदल जाने के लिए मजबूर किया

यूपी के मंत्री को गड्ढों वाली गली से पैदल जाने के लिए मजबूर किया

author-image
IANS
New Update
UP miniter

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

यह एक अपवाद के रूप में शुरू हुआ था जो अब चुनाव नजदीक आते ही एक नियम में तब्दील होता हुआ दिख रहा है।

Advertisment

रामपुर में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री बलदेव सिंह औलख के काफिले को उस समय रोक दिया, जब वह शनिवार शाम अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक समारोह को संबोधित करने जा रहे थे।

स्थानीय लोगों ने मंत्री को कार से उतार दिया और उन्हें गड्ढों वाली सड़क पर चलने के लिए कहा जो बारिश और सीवेज के पानी से भरी थी।

सड़क की मरम्मत की गई थी, जिसमें गड्ढों में मिट्टी डाली गई थी और उस पर बुझा हुआ चूना छिड़का गया था।

हालांकि बारिश ने प्रयास पर पानी फेर दिया।

मंत्री की कार को रोकने वाले स्थानीय लोग पिछले कई महीनों से सड़क की मरम्मत के लिए कई शिकायतों का कोई नतीजा नहीं निकलने के कारण आंदोलन कर रहे थे।

स्थानीय निवासी राम इकबाल सिंह ने कहा, कई शिकायतों के बावजूद लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। सड़क की हालत लगातार खराब हो रही है। बारिश इसे और खराब कर देती है। हम इसपर चल नहीं सकते। सैकड़ों लोग इस सड़क का उपयोग कर दुर्घटनाओं के जोखिम का सामना करते हैं।

बाद में, मंत्री, जो स्थानीय विधायक भी हैं, उन्होंने स्थानीय प्रशासन और नगर निकाय के गैर जिम्मेदाराना रवैये की आलोचना की।

भाजपा मंत्री ने कहा, लोगों द्वारा सामना किए जा रहे मुद्दे को जल्द से जल्द संबोधित किया जाना चाहिए।

उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर क्षेत्र में विकास कार्यों के प्रति गैर-जिम्मेदार होने का आरोप लगाया। औलख ने लोगों को आश्वासन भी दिया कि वह इस मामले को राज्य स्तर पर उठाएंगे।

गौरतलब है कि पिछले महीने हापुड़ जिले के एक गांव की पदयात्रा पर निकले गढ़मुक्तेश्वर से भाजपा विधायक कमल मलिक को भी उनके निर्वाचन क्षेत्र में जलभराव वाली सड़क पर चलने के लिए कहा गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment