उत्तर प्रदेश के झांसी में सरकारी हॉस्पिटल में सड़क दुर्घटना में घायल हुए मरीज के लिए तकिए की जगह उसका ही कटा हुआ पैर इस्तेमाल करने की दुखद घटना सामने आई है।
शहर के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में पीड़ित ने आरोप लगाया है कि हॉस्पिटल स्टाफ ने उसकी मदद करने की बजाय उसके ही कटे हुए पैर को उसके सिर के नीचे रख दिया।
मामला सामने आने के बाद मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल साधना कौशिक ने कहा है कि उन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी जो लोग इसमें दोषी
उन्होंने कहा, 'मरीज को तुरंत ही ट्रीटमेंट दिया गया था। डॉक्टर इस दौरान उसके सिर को ऊपर करने के लिए कुछ ढूंढ रहे थे। मरीज के अटेंडेंट ने उसके पैर का उपयोग उसके सिर को ऊपर करने के लिए किया। हमने जांच कमेटी बनाई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
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इस मामले में अभी तक एक डॉक्टर समेत तीन को सस्पेंड कर दिया गया है।
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि इस विषय में पूरी जानकारी जुटाने के बाद सरकार कार्रवाई करेगी।
बता दें की पीड़ित स्कूल बस सफाई का काम करता है। बस एक्सिडेंट में उसके पैर में गहरे जख्म हो गए थे। जिसके बाद इंफेक्शन फैलने के डर से डॉक्टर्स ने उसका पैर काट दिया था।
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Source : News Nation Bureau