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बीआरडी हॉस्पिटल में नहीं थम रहा है मौत का सिलसिला, आंकड़े बढ़कर हुए 33

गोरखपुर के बीआरडी हॉस्पिटल में मरने वालों की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।

Updated on: 12 Aug 2017, 11:29 AM

highlights

  • योगी आदित्यनाथ ने मजिस्ट्रेट जांच के दिए हैं आदेश
  • आईसीयू में ऑक्सिजन की कमी से 30 से ज्यादा बच्चों की जा चुकी है जान
  • यूपी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और आशुतोष टंडन करेंगे अस्पताल का दौरा

नई दिल्ली:

गोरखपुर के बीआरडी हॉस्पिटल में मरने वालों की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। बताया जा रहा है कि इंसेफेलाइटिसस से एक और मौत हो गई है।

इंसेफेलाइटिस के कारण एक 11 साल की बच्ची की मौत हो गई है। गोरखपुर के बीआरडी (बाबा राघव दास) मेडिकल कॉलेज में अभी भी ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी।

पिछले पांच दिनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 63 हो चुकी है। इससे पहले इसी अस्पताल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण कुछ बच्चों समेत 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

न्यजू एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, 'अस्पताल में अभी भी ऑक्सीजन की कमी है। अस्पताल प्रशासन इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर रही है।'

अस्पताल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यूपी सरकार के दो मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और आशुतोष टंडन अस्पताल का दौरा करेंगे।

खबर यह भी आ रही है कि अस्पताल में मरीजों का हाल जानने के लिए समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल भी गोरखपुर का दौरा करेगा। यह अस्पताल यूपी के सीएम आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र में है।

इस बड़े हादसे के हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद समीक्षा की और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। वहीं सपा, बीएसपी, और कांग्रेस ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है।

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सभी विपक्षी दलों ने योगी सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदारा ठहराया है।

ट्वीटर के जरिए अखिलेश ने कहा, 'गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की दर्दनाक मौत , सरकार ज़िम्मेदार। कठोर कार्यवाही हो, 20-20 लाख का मुआवज़ा दे सरकार।'

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