अपने प्रेमी के साथ भागकर शादी करने वाली 20 वर्षीय महिला की ऑनर किलिंग में पुलिसकर्मियों की भूमिका के जांच के आदेश दिए गए हैं।
थाने के ठीक बाहर महिला के सीने में छुरा घोंपा गया और उसके भाइयों ने उसका गला काट दिया।
गिरफ्तार किए गए भाइयों ने पुलिस को बताया कि उसकी वजह से परिवार की बदनामी हुई थी।
बदायूं के एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि, हम थाने में जांच अधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। लड़की के परिवार को यह सूचना किसने लीक की कि दंपति थाने आ रहे हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण है?
बीए की छात्रा अर्चना युगल, बदायूं के पलिया गुजर गांव के एक प्रमुख किसान परिवार से ताल्लुक रखती थी।
उसी गांव में रहने वाले अर्चना के पिता के चचेरे भाई देवेंद्र कुमार अक्सर उसके परिवार को फोन करते थे। दोनों को प्यार हो गया।
अर्चना और देवेंद्र 22 जून को भाग गए और बरेली में एक मंदिर में शादी कर ली।
30 जून को उसके बड़े भाई रवित कुमार ने दातागंज थाने में देवेंद्र और उसके परिवार के तीन सदस्यों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
अर्चना और देवेंद्र ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय से सुरक्षा मांगी और उनकी याचिका को स्वीकार कर लिया गया।
एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा, हमें उच्च न्यायालय का आदेश नहीं मिला, लेकिन दंपति ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। उन्होंने कहा कि वे पुलिस सुरक्षा चाहते हैं। इसलिए उन्हें थाने आने के लिए कहा गया।
बुधवार व गुरुवार की दरमियानी रात को दंपत्ति दातागंज थाने गए।
लेकिन उसके भाई और पिता ने दंपति पर हमला कर दिया। पुलिस ने देवेंद्र को बचा लिया।
एसएसपी ने कहा, हमने देवेंद्र की सुरक्षा सुनिश्चित की है और रवित और पुष्पेंद्र को हत्या के हथियार के साथ मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है।
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Source : IANS