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यूपी निकाय चुनाव से पहले अखिलेश-राहुल का दोस्ताना खत्म, सपा-कांग्रेस मिलकर नहीं लड़ेंगी चुनाव

यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-सपा गठबंधन को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने अपना रास्ता अलग करने का फैसला ले लिया है।

Updated on: 01 May 2017, 01:21 PM

highlights

  • कांग्रेस-सपा गठबंधन को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने यूपी में अपना रास्ता अलग करने का फैसला लिया है
  • यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में होने वाले निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-सपा गठबंधन को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने अपना रास्ता अलग करने का फैसला लिया है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में होने वाले निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी।

विधानसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के बाद कांग्रेस का '27 साल यूपी बहाल' से 'यूपी को ये साथ पसंद है' का नारा खूब चर्चित हुआ। लेकिन अब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का साथ खत्म होने वाला है। अब पार्टी ने गठबंधन के साथ नहीं बल्कि अकेले ही निकाय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में राज बब्बर ने कहा, 'हमने ये फैसला किया है कि यूपी में आने वाले निकाय चुनाव में पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। यहां तक कि समाजवादी पार्टी के साथ भी नहीं।'

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राज बब्बर ने कहा, 'किसी भी तरह का फैसला लेने से पहले पार्टी के लिए यह जरूरी है कि वह गठबंधन पर विचार करे। जिला स्तर के कार्यकर्ता और उन प्रत्याशियों के साथ भी बैठक होनी है जिन्हे एक लाख से ज्यादा वोट मिले है।'

राजबब्बर ने कहा, 'पार्टी के अधिकारीयों को बोल दिया गया है कि वे सिर्फ आने वाले चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित करे और प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को एकजुट करे।'

आपको बता दे कि विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राज बब्बर ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पक्ष से इस्तीफा देने की बात कही थी। हालांकि पार्टी ने इस्तीफ़ा मंजूर नहीं किया

यूपी चुनाव से पहले ही राज बब्बर को यूपी कांग्रेस की ज़िम्मेदारी दी गई थी।  

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