उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए आर्य समाज पर सवाल उठाने वालों की जमकर क्लास लगाई. योगी ने कहा कि, 'देश में एक दुष्प्रचार हुआ कि आर्य समाज के लोग देश के नहीं हैं, बल्कि बाहर से आए हुए लोग हैं. जो लोग हमें बाहरी बताते थे, वही हमारे पर्व और त्योहारों का विरोध भी करते थे.'
सीएम योगी ने कहा, 'प्रयागराज में कुम्भ के आयोजन को भी पर्यावरण, महिला और युवा विरोधी भी बताया गया. आज़ादी के बाद ये पहला कुम्भ होगा, जिसमें श्रद्धालुओं को शुद्ध गंगा जल उपलब्ध होगा. भरतीय संस्कृति से बढ़कर पर्यावरण हितैषी कौन होगा, हमारी संस्कृति तो ब्रम्हांड की बात करती है.'
योगी आदित्यनाथ ने यहां कहा कि, 'हमने किसी भी पवित्र वस्तु को मां माना. देश और गंगा को हमने मां कहा, गाय को मां माना. ऐसे में हम नारी विरोधी कैसे हो गए. कुम्भ को अनुसूचित जाति विरोधी भी कहा गया.' विरोधियों पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि कुम्भ में करीब 12 करोड़ लोग आएंगे. जिसमें बिना किसी भेदभाव के किसी भी जाति और मजहब के लोग शामिल होंगे. ऐसे आयोजन कहां से किसी के विरोधी हो सकते हैं.
सीएम ने कहा कि भारत, दुनिया का सबसे युवा देश है. तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सबसे युवा प्रदेश है. राम मंदिर के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का काम जब भी कोई करेगा, वो हम ही करेंगे. हमारे अलावा कोई भी राम मंदिर बनाने का काम नहीं कर पाएगा.
Source : News Nation Bureau