इलाहाबाद में संतों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि संतों को मांग नहीं रखनी चाहिए।
राम मंदिर निर्माण को लेकर योगी ने कहा, 'बिना मांगे ही जब सारा काम अपने आप होता जा रहा है तो पूज्य संतों को मांग (राम मंदिर निर्माण का) नहीं रखनी चाहिए, बस आशीर्वाद देना चाहिए सभी काम अपने आप होते हुए दिखाई देंगे।'
उन्होंने कहा, 'क्या कभी संतों को यह मांग करनी पड़ी कि हमारे हजारों साल की विरासत-योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिले। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही बिना मांगे ही वह काम हो गया।'
माघ मेला में सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि देश में विभाजनकारी ताकतें एक बार फिर से खड़ी हो रही हैं। इनसे अगर कोई मुकाबला कर सकता है तो वह संत शक्ति है।
विश्व हिंदू परिषद की तरफ से आयोजित संत सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इन बातों को कहा। उन्होंने कहा, 'हिंदू समाज ही जाति और दूसरे वादों के आधार पर बंट जाएगा तो धर्म कहां सुरक्षित रहेगा। धर्म को अगर बचाना है तो हमें छुआछूत, जाति के नाम पर एकता को तोड़ने का प्रयास कर रही ताकतों से निपटना होगा।'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पूरे देश में छह लाख गांव हैं जहां प्रत्येक गांव में एक या दो संत निवास करते हैं। वहां रहते हुए कितनी बड़ी जागृति का काम संत कर सकते हैं।'
योगी ने यह भी कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य की बागडोर एक संत के हाथ में दी। उनका यह विश्वास संतों के प्रति बड़ा भरोसा पैदा करता है।
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Source : News Nation Bureau