उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालय लगभग छह महीने के अंतराल के बाद बुधवार को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फिर से खुले।
भीड़ से बचने के लिए स्कूलों ने दो पालियों में बच्चों का टॉफी, चॉकलेट और फूलों से स्वागत किया।
स्कूल में बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही।
यूपी के स्कूल 9वीं से 12वीं कक्षा की पढ़ाई के लिए 16 अगस्त से और कक्षा छह से आठवीं तक के स्कूल भी 23 अगस्त से पढ़ाई के लिए खोल दिए गए हैं।
मदरसों में भी बुधवार से कोविड-19 दिशा निर्देशों के साथ कक्षाएं शुरू हो गईं।
सभी स्कूलों में स्कूल के गेट पर बच्चों की थर्मल स्कैनिंग की गई और उन्हें मास्क पहनने को कहा गया। कक्षाओं में सैनिटाइजर भी रखा गया है।
इससे पहले मार्च में, स्कूल कुछ दिनों के लिए खुले थे लेकिन कोविड के मामलों में वृद्धि के कारण फिर से बंद कर दिए गए थे।
प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों का शिक्षण कार्य दो पालियों में होगा। पहली पाली सुबह 8 बजे से 11 बजे तक चलेगी जबकि दूसरी पाली सुबह 11.30 बजे से शुरू होगी।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को अपने बर्तन और पानी की बोतल खुद लाने को कहा गया है।
राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लेने के बाद भी, माता-पिता अभी भी मामलों में वृद्धि के बाद और तीसरी संभावित कोविड -19 लहर के डर से बच्चों को भेजने को लेकर आशंकित हैं।
राज्य के कुछ जिलों में जानलेवा बुखार के बढ़ते खौफ ने अभिभावकों की चिंता और बढ़ा दी है।
बुधवार को अपनी पांच साल की बेटी को स्कूल नहीं भेजने वाली साधिका तिवारी ने कहा, यह उम्मीद करना मूर्खता है कि बच्चे स्कूल और कक्षा में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। वे साथ में पढ़ेंगे और खेलेंगे और जैसे ही शिक्षक उनके सामने से दूर होंगे, तभी मास्क हटा देंगे। बच्चों को घर पर रखना एकमात्र उपाय है और वे ऑनलाइन सीख सकते हैं।
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Source : IANS