शाह ने दिया जीत का मंत्र, साथ में खींची अनुशासन की लकीर
शाह ने दिया जीत का मंत्र, साथ में खींची अनुशासन की लकीर
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने कील कांटे दुरुस्त करना शुरू कर दिए हैं। अपनीे कुशल क्षमता और यूपी की राजनीतिक नब्ज पकड़ चुके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित वरिष्ठ कार्यकर्ता बैठक में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूर्व लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये एक अनुशासन की लकीर खींच कर 300 के पार का लक्ष्य दिया।बैठक में मौजूद एक पूर्व लोकसभा प्रभारी ने बताया कि अमित शाह में साफ साफ शब्दों में कहा है कि अपने अनुभवों का लाभ पार्टी को दें। संगठन आपको कोई न कोई जिम्मेदारी देगा उसे जरूर पूरा करें। हर व्यक्ति को टिकट नहीं पार्टी दे सकती है। जिसे टिकट मिलेगा पूरे मनोयोग के साथ आपको उसके साथ लगना पड़ेगा। 2014, 2017, 2019 की तरह 2022 में भी पार्टी को जीताकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं। विपक्षियों की चालों से अवगत रहें। उनका मुकाबला करने के लिए तैयार रहें। पार्टी के अभियान और उपलब्धियों को जनता पहुंचाएं। पार्टी हर छोटे बड़े कार्यकर्ता को जरूर कोई न कोई जिम्मेदारी देगी। जिसका निर्वहन करें। विधानसभा चुनाव जीतने के लिए हर काम को मनोयोग से करना होगा।
गृह मंत्री अमित शाह, इस अवसर पर अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
अमित शाह ने पार्टी कार्यालय में अलग-अलग क्षेत्रों के प्रभारियों और क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ बैठक की। उनसे उनके क्षेत्रों का फीडबैक लिया। बूथ लेवल पर पार्टी की गतिविधियों को और तेज करने की सलाह भी दी है। हर क्षेत्र में निचले स्तर तक कार्यक्रम और अभियानों को चलाने का निर्देश दिया है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें