लोकसभा चुनाव से पहले पिछले महीने बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन का ऐलान किया. 25 सालों से ज्यादा समय तक एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहे बीएसपी और एसपी ने हाल ही में सीटों के आवंटन को लेकर भी घोषणा की. केंद्रीय मंत्री उमा भारती का कहना है कि एसपी-बीएसपी गठबंधन का बीजेपी को फायदा होगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'बीएसपी-एसपी के बीच गठबंधन का हमें फायदा होगा. बीएसपी वोटर एसपी के लिए वोट नहीं करेंगे और एसपी के वोटर बीएसपी को वोट नहीं देंगे. जो भी बीएसपी-एसपी के खिलाफ है, वो हमें वोट करेंगे. मैं सिर्फ बहनजी के लिए चिंतित हूं.' इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने मायावती को एक ऑफर भी दिया. उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी (एसपी) के लोग उनपर हमला करें तो वह उन्हें बुला सकती हैं.
बता दें कि यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की प्रतिक्रिया सामने आई थी. गठबंधन पर सवाल खड़े करते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि दोनों आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं इससे आधा उत्तर प्रदेश तो पहले ही हार गए. जब वह रक्षा मंत्री थे तो एसपी ने 42 सीटें जीतीं थी.
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सीटों का फार्मूला
यूपी में कुल 80 लोकसभा सीटें है. एसपी-बीएसपी ने 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. रायबरेली और अमेठी सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई हैं, जो कि गठबंधन से बाहर है. दोनों पार्टियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी. सीटों के ऐलान करते वक़्त मायावती ने कहा था कि बीएसपी (1997) और एसपी (2017) दोनों ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, लेकिन इसके परिणाम हमारे पक्ष में नहीं थे. 2014 लोकसभा चुनाव और 2017 का विधानसभा चुनाव में हार मिली थी.
2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से 71 सीटें जीती थीं, जबकि उसके साझेदार अपना दल ने दो सीटें जीती थी. बीएसपी का खाता भी नहीं खुला था. एसपी पांच सीटों पर जीती थी, जबकि कांग्रेस दो सीटें जीती थी.
Source : News Nation Bureau